नशा मुक्ति केंद्र व ओट सेंटरों में 2843 युवा करवा रहे उपचार
सेहत विभाग की तरफ से जिला फरीदकोट एक नशा छुड़ाओ व पूर्नवास केंद्र और चार आऊटपेशंट ओपआईड असीस्टड्ड ट्रीटमेंट क्लीनिक (ओट)चलाए जा रहे है जिनमें 10 जनवरी 2019 तक 2
जागरण संवाददाता, फरीदकोट : सेहत विभाग की तरफ से एक नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र और चार आउटपेशेंट असीस्टेड ट्रीटमेंट क्लीनिक (ओट) चलाए जा रहे हैं, जिनमें 10 जनवरी तक 2843 मरीजों का पंजीकरण हो चुका है, जिनका माहिर डॉक्टरों की निगरानी में इलाज किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार गुरु गो¨बद ¨सह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थित नशा मुक्ति केंद्र में मरीज को दाखिल कर उसका उपचार किया जाता है। जबकि ओट सेंटरों में आने वाले मरीजों का बिना दाखिल किए इलाज होता है। डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर के अनुसार पंजाब सरकार की तरफ से मिशन तंदुरुस्त पंजाब मुहिम के तहत जिले में 4 ओट क्लीनिक में खोले गए हैं, जबकि जैतो और सादिक में भी क्लीनिक शुरू करने का प्रस्ताव विचाराधीन है। नशा मुक्ति केंद्र व ओट सेंटरों में 10 जनवरी तक नशे के प्रभावित 2843 मरीजों का पंजीकरण किया गया और इन मरीजों को मुफ्त इलाज मुहैया करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो सरकारी नशा मुक्ति केंद्र अस्पतालों से जुड़े हुए हैं, उन केंद्रों पर मुफ्त टेस्टों की सुविधा भी दी गई है और नशा मुक्ति केंद्रों में मरीजों का मुकम्मल इलाज मुफ्त किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल्द ही सिविल अस्पताल सादिक व सिविल अस्पताल जैतो में भी ओट क्लीनिक खोले जा रहे हैं, जहां नशे के आदी मरीजों को दाखिल किए बिना ही इलाज मुहैया करवाया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. रा¨जदर कुमार ने बताया कि सेहत विभाग द्वारा केंद्रीय मॉडर्न जेल के अलावा सिविल अस्पताल कोटकपूरा, सिविल अस्पताल बाजाखाना और पुनर्वास केंद्र फरीदकोट में ओट सेंटर चलाए जा रहे हैं। इन सभी स्थानों पर जरूरी दवाएं उपलब्ध हैं और मुफ्त टेस्ट की सुविधा भी दी जा रही है। गंभीर मरीज को गुरू गो¨बद ¨सह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहे नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल करवाया जाता है।