मौसम का बिगड़ा मिजाज, चैत्र में आषाढ़ का अहसास
मौसम का बिगड़ा मिजाज किसानों चैत्र में आषाढ़ का अहसास करवाने लगा है। गेहूं की फसल खेतों में पककर कटने को तैयार है
जागरण संवाददाता, फरीदकोट :
मौसम का बिगड़ा मिजाज किसानों चैत्र में आषाढ़ का अहसास करवाने लगा है। गेहूं की फसल खेतों में पककर कटने को तैयार है, लेकिन आसमान में घुमड़ रहे बादल किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच रहे हैं। अब जब कि कुछ किसानों द्वारा गेहूं की कटाई शुरू कर दी गई है, और ऐसे में यदि बारिश होती है तो वह फसल के लिए नुकसानदायक साबित होगी।
फरीदकोट जिले में लगभग 87000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की बिजाई हुई है, और अब तक जो गेंहू फसल की कटाई हुई है उसका रकबा एक से दो फीसदी के बीच ही है। जिन किसानों द्वारा अपनी फसल मौसम के रूख को देखते हुए काटी जा रही है वह मंडियों में लाने की जगह घर में रख रहे है, हालांकि मौसम में नमी होने के कारण अभी गेहू पूरी तरह से नहीं सूखा है, ऐसे में मंडी में भी फसल के बिकने की संभावना कम है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी यह मौसम आगामी दो से तीन दिनों तक ऐसे ही रहेगा, गरज के साथ हल्की से सामान्य बारिश का भी पूर्वानुमान व्यक्त किया जा रहा है। हालांकि राहत की बात है कि पिछले दो दिनों से बादल तो छाए, बारिश नहीं हुई। मौसम में बदलाव की वजह से रात्रि और दिन के तापमान में कमी देखी जा रही है, जो कि गेहूं की फसल के कटाई के उपयुक्त नहीं है। चार दिन पहले तक रात का तापमान भी 24 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, जबकि दिन 36 डिग्री के पार जो कि अब कम हो गया है।
जिले के डिप्टी कमिश्नर विमल कुमार सेतिया और खेतीबाड़ी विभाग के अधिकारियों ने कहा कि सरकारी गेहूं खरीद प्रक्रिया दस अप्रैल से शुरू हो रही है, ऐसे में जरूरत है कि किसान मौसम के रूख को देखते हुए ही अपनी फसल की कटाई करें, क्योंकि नमी वाली फसल मंडी में बिकने में मुश्किल आएगी और ऐसे में किसानों को परेशानी होगी।
तापमान भी लुढ़का
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण मौसम में बदलाव दिखाई दे रहा है, जिसका असर तापमान पर भी पड़ा है। सोमवार के मुकाबले मंगलवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान में तीन-तीन डिग्री सेल्सियस की कमी रही। मंगलवार को अधिकतम तापमान 33 और न्यूनतम 20 डिग्री सेल्सियस रहा।