सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का 70 प्रतिशत काम पूरा
नगर कौंसिल व देहाती एरिया में रहने वाले लोगों के लिए सीवरेज टीटमेंट प्लांट जरूरी थी। ्र
एलेक्स डिसूजा,फरीदकोट
नगर कौंसिल व देहाती एरिया में रहने वाले लोगों के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) समय की सबसे बड़ी जरूरत थी। शहर में सीवरेज व वर्षा से एकत्रित हुआ पानी लोगों के लिए समस्या बने हुए था। इन सब समस्याओं का हल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट ही था। इसका आरंभ पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा नींवपत्थर रख कार्य शुरू कर दिए गए।
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) एक प्रकार का अपशिष्ट जल उपचार है, जिसका उद्देश्य सीवरेज से दूषित पदार्थों को निकालना है जो आसपास के वातावरण में निर्वहन के लिए उपयुक्त है। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए दूषित पानी में से रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म किया जाता है, और हानिकारक जीवाणुओं को मार दिया जाता है। सीवरेज के पानी में कचरा अन्य तरह की गंदगी दोनों होती है, जिसमें घरों से, आफिसों व इंडस्ट्रीज से निकला वेस्ट होता है, इसलिए इसकी सफाई बहुत जरूरी होती है। यह सीवरेज द्वारा एसटीपी तक पहुंचाया जाता है, जहां इसे ट्रीट करके खेतों की सिचाई के लिए उपयोग में लाया जाता है।
सीवरेज विभाग के एसडीओ गुरपाल सिंह ने बताया कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व सीवरेज का शहरी व देहाती कार्य बहुत सही ढंग से चल रहा है, जिसे पिछले साल करीब एक साल में समाप्त करने के मन्त्व से शुरू किया गया। इसमे फरीदकोट शहरी-24.26 करोड़, फरीदकोट देहाती- 18.32 करोड़, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट- 15.96 करोड़ के कार्य चल रहे है। शहरी व देहाती सीवेज कार्य करीब 90 प्रतिशत हो चुका है। इसके अलावा ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य भी 70 प्रतिशत हो गया है, यह कार्य दिसंबर तक पूरे हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि हमने सीवरेज के शहर में बकाया बचे कार्यों के लिए 23 करोड़ रुपये की और डिमांड भेज दी है। इसके अलावा खालसा स्कूल व कोटकपूरा रोड पर सीवरेज के दो पाइपों को जोड़ने का कार्य बाकी है, जिसे एन्हांस कार्य को अंतर्गत जोड़ दिया जाएंगे। इसके लिए और कोई टेंडर की जरूरत नही होगी। इनसेट
सही तरीके से होगी पानी की निकासी : ईओ
नगर कौंसिल फरीदकोट ईओ अमृत लाल ने बताया कि सीवेज के कार्य के बारे मे सीवरेज विभाग ही बता सकता है। सीवरेज के साथ बिछाई गई बरसाती पानी की अंडर ग्राउंड पाइपों का कार्य पूरा हो चुका है। जिनकी सफाई आदि का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। उम्मीद है कि इस बार पानी की निकासी सही होगी। इसके इलावा शहर में एक-दो स्थानों पर पाइपों को जोड़ना बाकी है।