जीरकपुर के इस वार्ड बिजली, पानी व रोड की समस्या से जूझ रहे लोग, अब नए प्रत्याशी से उम्मीदें
जीरकपुर के वार्ड नंबर चार में लोग बिजली पानी व रोड की समस्या से जूझ रहे हैं। वार्ड में करीब पांच हजार वोटर हैं। वार्ड में भबात ग्रिड से बिजली सप्लाई आती है। एक बार कट लगने पर दोबारा सप्लाई आने पर वॉल्टेज एकदम बढ़ जाती है।
जीरकपुर, जेएनएन। जीरकपुर के वार्ड नंबर-4 में लोग बिजली,पानी व रोड की समस्या से परेशान है। लोग अपनी समस्याओं के हल के लिए आगामी चुनावों में नए प्रत्याशी पर उम्मीद लगाए बैठे हैं ताकि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान निकल सके। वार्ड नंबर-4 में करीब पांच हजार वोटर है। वार्ड नंबर-4 रायपुर खुर्द रोड से शुरू होकर पीर बाबा रोड, बलटाना गांव, सैनी विहार फेज-1, गिल कॉलोनी, सेक्टर-19 पंचकूला रोड के साथ हद का ऐरिया शामिल है।
ये है समस्याएं
लाइट प्रॉब्लम सबसे बड़ी समस्या
वार्ड नंबर-4 में भबात ग्रिड से बिजली सप्लाई आती है। अगर एक बार कट लग गया तो दोबारा सप्लाई आने पर वॉल्टेज एकदम बढ़ जाती है और इस वार्ड में कहीं ना कहीं स्पार्किंग होने से सारा दिन लाइट नहीं आती। लोगों की यह समस्या लंबे अरसे से लटकी पड़ी हैं।
अनिल जैन, चुनाव लडऩे के चाहवान
बॉक्स के बाहर लगने चाहिए मीटर
वार्ड नंबर-4 में बिजली के मीटर बॉक्स के अंदर लगे हुए है। एक बॉक्स में 10 से 12 घरों के मीटर लगे हैं। अगर किसी एक मीटर में कोई फॉल्ट आता है उससे बॉक्स में लगे सभी घरों के मीटर सड़ जाते है। इन मीटरों को बॉक्स के बाहर लगाना चाहिए ताकि किसी एक मीटर के नुकसान की वजह से दूसरे मीटर तो बच सकें।
सुनीता जैन, चुनाव लडने की चाहवान
बिजली की तारों का है जंजाल
यहां बिजली की तारें इतनी नीचे लटकी हुई हैं जहां एक -एक खंबे पर बिजली के तारों के गुच्छे लटक रहे हैं। यहां जरुरत पडऩे पर ना तो एंबुलैंस की गाड़ी पहुंच सकती है और ना ही फायर ब्रिगेड वजह यह कि यहां पर तारों की ऊंचाई ना होने के कारण बड़े वाहन अंदर नहीं आ सकते और अगर कोशिश की जाए तो वाहनों से बिजली की तारें टूट जाती है। पावर कॉम को कई बार इसे दुरुस्त करने के लिए कहा जा चुका है। कुछ समय पहले यहां बिजली की तार से कैंटर टकराने पर कैंटर चालक की मौत भी हो गई थी। लेकिन उसके बाद भी सबक नहीं लिया गया।
हुक्म चंद, ट्रिब्यून कॉलोनी
खाली प्लाटों की नहीं होती सफाई
इस वार्ड में कुछ -कुछ जगह खाली प्लॉट हैं जहां बरसात के दिनों में काफी जड़ी बूटी खड़ी हो गई है। यहां सफाई व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं है। ना तो प्लॉटों की समय पर सफाई होती है और ना ही यहां पड़ा कूडा-कर्कट उठाया जा रहा है। ऐसे में कभी भी कोई भयानक बीमारी फैलने का खतरा है। अगर इन खाली प्लॉटों की सफाई करवा दी जाए तो ऐरिया में मक्खी मच्छर कम फैलेगा और डेंगू जैसी बीमारी से भी बचा जा सकेगा।
गुरमुख सिंह, बलटाना गांव
रोड खस्ताहाल, कई कई फुट गहरे गड्ढे
वार्ड में रोड खस्ताहाल हैं जहां भारी वाहनों की आवाजाई के कारण पैवर ब्लॉक उखड़ चुके हैं। आलम यहां तक पहुंचा है कि यहां कई ऐसी गलियां हैं जहां कई-कई फुट गहरे गड्ढे पड़ चुके हैं और लोग इन गड्ढों में गिरकर चोटिल हो रहे हैं। रात के समय यह गड्ढे दिखाई ही नहीं देते और बरसात के दिनों में यहां पानी भरने से उनकी गहराई का आभास नहीं होता।