जीरकपुर में लोग कोरोना वायरस के दिख रहे बेखौफ, जुर्माना दोगुना होने के बावजूद नहीं पहन रहे मास्क
पंजाब में मास्क नहीं पहनने वालों के लिए जुर्माना बढ़ाकर दोगुना करते हुए 1000 रुपए कर दिया गया है। इसके बावजूद जीरकपुर में लोग बिना मास्क घूम रहे हैं। कई जगहों पर तो सरकारी बसों के ड्राइवर और कंडक्टर भी बिना मास्क के नजर आए।
जीरकपुर, जेएनएन। पंजाब में कोविड के मरीजों के बढ़ने के बाद एक बार फिर से पंजाब सरकार ने एक दिसंबर से पूरे पंजाब में नाइट कर्फ्यू लगाना शुरु कर दिया है। राज्य में मास्क नहीं पहनने वालों के लिए जुर्माना बढ़ाकर दोगुना करते हुए 1000 रुपए कर दिया गया है। होटल-रेस्टोरेंट व मैरिज पैलेसों के बंद होने का समय भी तय कर दिया है।
नाइट कर्फ्यू का मंगलवार को पहला दिन था, लेकिन न तो रात को समय पर होटल, रेस्टोरेंट व रेस्तरां बंद हुए और ना ही ठेके। पुलिस ने भी कोई विशेष अभियान शुरू नहीं किया जिसकी वजह से पहले ही दिन अभियान फेल होता नजर आया। दिन में भी बड़ी संख्या में लोग बिना मास्क लगाए ही सड़कों पर घूमते हुए दिखे। कई जगहों पर तो सरकारी बसों के ड्राइवर और कंडक्टर भी बिना मास्क के नजर आए। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर पुलिस तो तैनात थी लेकिन किसी को भी मास्क ना पहनने पर रोका नहीं गया जिस कारण लोग बिना मास्क लगाए घर से निकल आए।
पटियाला चौक के पास सुबह से ही ट्रैफिक पुलिस तैनात थी। आने-जाने वाले सभी गाडि़यों पर ट्रैफिक पुलिस के जवान नजर रखे हुए थे। ऑटो, कार और बसों में कई लोग बिना लगाए सफर कर रहे थे। पटियाला चौक पर बस स्टैंड में भी कई लोग बिना मास्क लगाए घूमते रहे, लेकिन इन्हें टोकने वाला कोई नहीं था। पैसेंजर के साथ-साथ बस के कई स्टाफ भी बिना मास्क के थे। अधिकांश पैसेंजर्स भी बिना मास्क के दिखे। इसके अलावा यहां सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया जा रहा था। बस में चढ़ने के लिए लोगों की भीड़ थी, लेकिन इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस-प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। अंबाला रोड पर स्थित सब्जी मंडी में सबसे खराब स्थिति थी। यहां एक दो लोगों को छोड़कर किसी ने मास्क नहीं पहना था।
इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया जा रहा था। सब्जी खरीदने के लिए लोगों की भीड़ जुटी हुई थी। लोग एक-दूसरे से सटकर सब्जियां खरीद रहे थे। वीआईपी रोड बाजार में मास्क पहने के अनुपालन को लेकर घोर लापरवाही दिखी। यहां पुलिस वालों के सामने के ही कई लोग बिना मास्क के घूम रहे थे, लेकिन चेकिंग या कार्रवाई नहीं हुई। तहसील दफ्तर में भले ही लोगों में मास्क पहनने को लेकर थोड़ी जागरूकता दिखी। लोगों ने मास्क पहन रखा था। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही थी। ऐसा लग रहा था कि लोग एक दूसरे से पहले रजिस्ट्री करवाने में होड़ लगाए हुए थे।