चंडीगढ़ में युवाओं की बिना हेलमेट सवारी, जान पर पड़ रही भारी Chandigarh News
शहर में ट्रैफिक नियमों की परवाह न कर बिना हेलमेट की सवारी जान पर पड़ रही है भारी। तीन महीनों में अलग-अलग जगह पर हुए सड़क हादसों में बिना हेलमेट सवार सात लोग जान गंवा चुके हैं।
By Edited By: Published: Sat, 06 Jul 2019 11:12 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jul 2019 11:04 AM (IST)
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़। शहर में ट्रैफिक नियमों की परवाह न कर बिना हेलमेट की सवारी जान पर पड़ रही है भारी। तीन महीनों में अलग-अलग जगह पर हुए सड़क हादसों में बिना हेलमेट सवार सात लोग (छह युवा) जान गंवा चुके हैं। जबकि, इन्हीं हादसों में आठ लोग घायल हुए हैं। इनमें तीन को गंभीर चोटें आई हैं। लगातार ट्रैफिक नियमों की अनदेखी जानलेवा साबित होने के बावजूद पब्लिक सबक नहीं ले रही है। शहर के कोने-कोने में दिनभर चालान करने वाली चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस की ओर से रात में ट्रैफिक नियमों की पालना के लिए इंतजाम जीरो हैं।
ट्रैफिक पुलिस रात में कभी-कभी कुछ प्रमुख मार्ग पर ड्रंक एंड ड्राइव की नाकेबंदी कर चालान व गाड़ियां जब्त करती हैं। 10 बजे के बाद सिग्नल ऑफ, स्ट्रीट लाइट गुल, पुलिस नदारद चंडीगढ़ में रात 10 बजे के बाद सभी ट्रैफिक लाइट्स मैनुअल हो जाते हैं। इसके अलावा अलग-अलग कई स्थानों पर स्ट्रीट लाइटें गुल होने से अंधेरा छा जाता हैं। चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से पीसीआर के अलावा अन्य सभी मुस्तैदी हट जाती है। रात में पीसीआर सिर्फ कंट्रोल रूम और वायरलेस पर मिलने वाले स्पॉट अटैंड करने में लगी होती हैं। यूटी पुलिस की ढील का फायदा उठाकर अक्सर फोर व्हीलर और टू-व्हीलर सवार ड्रंक एंड ड्राइव, बिना सीट बेल्ट और बिना हेलमेट के साथ ओवरस्पीड और रैस ड्राइविंग करते हैं। इसी में लापरवाही और नियमों की परवाह नहीं करने वाले वाहन सवार हादसे का शिकार हो रहे हैं।
- 10 अप्रैल को सेक्टर-39 वाटर वर्कस कॉलोनी के पास देर रात सड़क पर लावारिस पशु को बचाने के चक्कर में बिना हेमलेट बाइक सवार पोल से टकरा गया था। हादसे में सेक्टर-25 निवासी युवक ने मौके पर दम तोड़ दिया था।
- 20 अप्रैल की रात सेक्टर-14-15 लाइट प्वाइंट पर देर रात 11.20 बजे तेज रफ्तार इनोवा कार की चपेट में आने से विदआउट हेलमेट ट्रिपल राइडिंग करने वाले युवकों में जोमेटो डिलीवरी ब्वॉय 26 वर्षीय जसप्रीत शर्मा की मौत हुई थी। हादसे में जसप्रीत के दोस्त 20 वर्षीय अर्शदीप सिंह और 24 वर्षीय रिषभ धीमान गंभीर घायल हुए थे।
- 24 अप्रैल की रात सेक्टर-42 स्थित हॉकी स्टेडियम के पास बिना हेलमेट एक्टिवा सवार 25 वर्षीय सोनू की पेड़ से टकराने के बाद मौत हो गई थी। हादसे में सोनू का दोस्त 27 वर्षीय मोहिंदर भी घायल हो गया था।
-आठ मई देर रात नयागांव में पार्टी के बाद बिना हेलमेट बुलेट सवार दो पीजीआइ कर्मी सेक्टर-24/25 लाइट प्वाइंट पर स्लिप होकर पेड़ से टकराने के बाद गंभीर घायल हो गए। जिसमें 30 वर्षीय सोनू की मौत और उसके दोस्त 25 वर्षीय विजय कुमार को गंभीर चोट आई थी।
-12 मई की रात सेक्टर-48 मोटर मार्केट और फैदा बैरियर के बीच में एक तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से बिना हेलमेट बाइक सवार स्थानीय निवासी 40 वर्षीय धर्मेंद्र की मौत हो गई थी।
- चार जुलाई की रात सेक्टर-16-17 डिवाइडिंग पर दो बिना हेलमेट और पगड़ी पहने बाइक सवार तीन युवा इंटर-नेशनल भंगड़ा आर्टिस्ट बिजली की पोल से टकराने से गंभीर घायल हो गए। हादसे में 26 वर्षीय अमरिंदर और 22 वर्षीय तरनवीर की मौत हो गई थी। जबकि, 22 वर्षीय मनप्रीत को गंभीर चोट आई थी।
2018 में सबसे ज्यादा दो पहिया वाहन सवार ने गंवाई जान
साल 2018 में कुल सड़क हादसे में बाइक सवार, साइकिल सवार और पैदल चलने वाले 86 लोग शामिल हैं। इसमें सबसे ज्यादा संख्या दो पहिया वाहन सवार 40, दूसरे नंबर पर पैदल चलने वालों की संख्या 35 और तीसरे नंबर पर पैदल चलने वाले 11 लोग शामिल हैं। इस साल भी सड़क हादसों में जान गंवाने वालों में सबसे ज्यादा संख्या दो पहिया वाहन सवारों की हैं।
क्या करें, क्या न करें
- बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट और ओवरस्पीड ड्राइव न करें।
- ड्रंक एंड ड्राइव, मोबाइल व हेडफोन लगाकर ड्राइव करने से बचें।
- सड़क पर पैदल चलते समय हमेशा सर्तक रहें।
- अगल-बगल से निकल रहे वाहनों पर नजर रखी जाए।
- हमेशा फुटपाथ पर बाईं ओर चलें।
- ट्रैफिक जाम होने पर उल्टी दिशा से पैदल न जाएं।
- सड़क पर भागने से बचें, गलत दिशा से आते वाहन को देखकर रुक जाएं।
- एकदम से भागकर कभी सड़क पार न करें।
- ट्रैफिक सिग्नल की पालना करें, अनदेखी जानलेवा साबित हो सकती हैं।
- बाएं देखें, दाएं देखें तब सड़क पार करें।
ट्रैफिक पुलिस रात में कभी-कभी कुछ प्रमुख मार्ग पर ड्रंक एंड ड्राइव की नाकेबंदी कर चालान व गाड़ियां जब्त करती हैं। 10 बजे के बाद सिग्नल ऑफ, स्ट्रीट लाइट गुल, पुलिस नदारद चंडीगढ़ में रात 10 बजे के बाद सभी ट्रैफिक लाइट्स मैनुअल हो जाते हैं। इसके अलावा अलग-अलग कई स्थानों पर स्ट्रीट लाइटें गुल होने से अंधेरा छा जाता हैं। चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से पीसीआर के अलावा अन्य सभी मुस्तैदी हट जाती है। रात में पीसीआर सिर्फ कंट्रोल रूम और वायरलेस पर मिलने वाले स्पॉट अटैंड करने में लगी होती हैं। यूटी पुलिस की ढील का फायदा उठाकर अक्सर फोर व्हीलर और टू-व्हीलर सवार ड्रंक एंड ड्राइव, बिना सीट बेल्ट और बिना हेलमेट के साथ ओवरस्पीड और रैस ड्राइविंग करते हैं। इसी में लापरवाही और नियमों की परवाह नहीं करने वाले वाहन सवार हादसे का शिकार हो रहे हैं।
- 10 अप्रैल को सेक्टर-39 वाटर वर्कस कॉलोनी के पास देर रात सड़क पर लावारिस पशु को बचाने के चक्कर में बिना हेमलेट बाइक सवार पोल से टकरा गया था। हादसे में सेक्टर-25 निवासी युवक ने मौके पर दम तोड़ दिया था।
- 20 अप्रैल की रात सेक्टर-14-15 लाइट प्वाइंट पर देर रात 11.20 बजे तेज रफ्तार इनोवा कार की चपेट में आने से विदआउट हेलमेट ट्रिपल राइडिंग करने वाले युवकों में जोमेटो डिलीवरी ब्वॉय 26 वर्षीय जसप्रीत शर्मा की मौत हुई थी। हादसे में जसप्रीत के दोस्त 20 वर्षीय अर्शदीप सिंह और 24 वर्षीय रिषभ धीमान गंभीर घायल हुए थे।
- 24 अप्रैल की रात सेक्टर-42 स्थित हॉकी स्टेडियम के पास बिना हेलमेट एक्टिवा सवार 25 वर्षीय सोनू की पेड़ से टकराने के बाद मौत हो गई थी। हादसे में सोनू का दोस्त 27 वर्षीय मोहिंदर भी घायल हो गया था।
-आठ मई देर रात नयागांव में पार्टी के बाद बिना हेलमेट बुलेट सवार दो पीजीआइ कर्मी सेक्टर-24/25 लाइट प्वाइंट पर स्लिप होकर पेड़ से टकराने के बाद गंभीर घायल हो गए। जिसमें 30 वर्षीय सोनू की मौत और उसके दोस्त 25 वर्षीय विजय कुमार को गंभीर चोट आई थी।
-12 मई की रात सेक्टर-48 मोटर मार्केट और फैदा बैरियर के बीच में एक तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से बिना हेलमेट बाइक सवार स्थानीय निवासी 40 वर्षीय धर्मेंद्र की मौत हो गई थी।
- चार जुलाई की रात सेक्टर-16-17 डिवाइडिंग पर दो बिना हेलमेट और पगड़ी पहने बाइक सवार तीन युवा इंटर-नेशनल भंगड़ा आर्टिस्ट बिजली की पोल से टकराने से गंभीर घायल हो गए। हादसे में 26 वर्षीय अमरिंदर और 22 वर्षीय तरनवीर की मौत हो गई थी। जबकि, 22 वर्षीय मनप्रीत को गंभीर चोट आई थी।
2018 में सबसे ज्यादा दो पहिया वाहन सवार ने गंवाई जान
साल 2018 में कुल सड़क हादसे में बाइक सवार, साइकिल सवार और पैदल चलने वाले 86 लोग शामिल हैं। इसमें सबसे ज्यादा संख्या दो पहिया वाहन सवार 40, दूसरे नंबर पर पैदल चलने वालों की संख्या 35 और तीसरे नंबर पर पैदल चलने वाले 11 लोग शामिल हैं। इस साल भी सड़क हादसों में जान गंवाने वालों में सबसे ज्यादा संख्या दो पहिया वाहन सवारों की हैं।
क्या करें, क्या न करें
- बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट और ओवरस्पीड ड्राइव न करें।
- ड्रंक एंड ड्राइव, मोबाइल व हेडफोन लगाकर ड्राइव करने से बचें।
- सड़क पर पैदल चलते समय हमेशा सर्तक रहें।
- अगल-बगल से निकल रहे वाहनों पर नजर रखी जाए।
- हमेशा फुटपाथ पर बाईं ओर चलें।
- ट्रैफिक जाम होने पर उल्टी दिशा से पैदल न जाएं।
- सड़क पर भागने से बचें, गलत दिशा से आते वाहन को देखकर रुक जाएं।
- एकदम से भागकर कभी सड़क पार न करें।
- ट्रैफिक सिग्नल की पालना करें, अनदेखी जानलेवा साबित हो सकती हैं।
- बाएं देखें, दाएं देखें तब सड़क पार करें।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें