चंडीगढ़ में कोरोना की चपेट में आ रहे अध्यापक, यूनियन ने एमएचआरडी मिनिस्टर को पत्र लिख स्कूल बंद करने की उठाई मांग
यूटी कैडर एजुकेशन यूनियन ने शहर में स्कूलों को बंद करने की अपील की है। उन्होंने मांग को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि अब तक शहर में 15 अध्यापक पाजिटिव आ चुके हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहर के स्कूलों को दोबारा से बंद करने की अपील मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल से हुई है। यह अपील शिक्षा विभाग की यूटी कैडर एजुकेशन यूनियन ने की है। यूनियन प्रधान स्वर्ण सिंह कंबाेज ने बताया कि कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और चंडीगढ़ शिक्षा विभाग स्कूलों को बंद करने पर कोई विचार नहीं कर रहा है। कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए हिमाचल प्रदेश 30 दिसंबर तक जबकि हरियाणा के स्कूल 10 दिसंबर तक बंद हो चुके है। वहीं शहर के स्कूलों में भी लगातार कोरोना के केस सामने आ रहे है जो कि स्टूडेंट्स पर भी प्रभाव डाल सकते हैं। ऐसे में सरकारी स्कूल बंद होने चाहिए।
50 फीसद टीचर्स को बुला स्टूडेंट्स को रोका जाए
मानव संसाधन विकास मंत्रालय को की गई अपील में यूनियन ने क्लीयर किया है कि शिक्षा को चलाने के लिए टीचर्स को स्कूल बुलाया जा सकता है लेकिन स्टूडेंट्स काे स्कूल आने से पूरी तरह से रोक देना चाहिए। कोरोना महामारी से बच्चों और बजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा है ऐसे में स्टूडेंट्स के भविष्य काे देखते हुए स्कूलों को बंद करने के आदेश होने चाहिए।
अब तक 15 टीचर्स आ चुके हैं पाजिटिव
शहर के सभी 114 सरकारी स्कूल खुल रहे है और उसमें नौवीं से बारहवीं कक्षा के स्टूडेंट्स आ रहे है। अभी तक शहर के विभिन्न स्कूलों में 15 के करीब टीचर्स कोरोना पाजिटिव आ चुके हैं। जिसके चलते स्टूडेेंट्स को इससे खतरा ज्यादा है, क्योंकि पॉजिटिव आ रहे टीचर्स ही स्टूडेंट्स की रोज क्लासें ले रहे हैं।