ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट पर डेवलप हुआ दुनिया का सबसे आधुनिक मुल्लांपुर इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम
क्रिकेट स्टेडियम को ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट पर डेवलप किया गया है।
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : मुल्लांपुर इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम को ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट पर डेवलप किया गया है। 150 करोड़ रुपये की लागत से आठ लाख स्क्वेयर फीट में बना यह स्टेडियम मोहाली के आइएस बिंद्रा स्टेडियम से तीन गुणा बड़ा है। भविष्य की जरूरतों के हिसाब से बनाया जा रहा यह दुनिया का सबसे आधुनिक क्रिकेट स्टेडियम है। इसमें बिजली की आपूर्ति सोलर सिस्टम से पूरी होगी। रेन वाटर हार्वेस्टिग से पानी की आपूर्ति की जाएगी, इसके अलावा इस्तेमाल किए गए पानी को भी दोबारा यूज किया जाएगा। ग्रीनरी के लिए खासतौर पर प्लांटनेशन कर दी गई है। स्टेडियम में स्पेशल ड्रेनेज सिस्टम लगाया गया है, जितनी भी बारिश हो, मैच बाधित नहीं होगा। बारिश बंद होते ही पिच आधे घंटे में खेलने के लिए तैयार होगी। दर्शक धूप व बारिश से बचे रहेंगे, इसके लिए स्टेडियम खास तौर ट्रांसपेरेंट रूफ शीट्स लगाई जा रही हैं। मार्च 2021 तक पूरा होगा निर्माण कार्य
पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से बनाए जा रहे इस स्टेडियम का 90 फीसद तक काम पूरा हो चुका है। स्टेडियम में निर्माण कार्य अगस्त 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से इसका निर्माण कार्य धीमी गति से हुआ है। सीईओ दीपक शर्मा ने बताया कि हम मार्च 2021 तक तमाम निर्माण काम पूरा कर लेंगे। इकलौता इंटरनेशनल स्टेडियम, जिसमें बने हैं 30 कारपोरेट बॉक्स
इस इंटरनेशनल स्टेडियम में सुख-सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा गया है। इसमें 60 कारपोरेट बॉक्स हैं, जोकि अभी तक इंडिया के किसी भी स्टेडियम में नहीं हैं। हर कारपोरेट बॉक्स में 60 सीटें होंगी। बड़े-बड़े कारपोरेट घराने अपने लिए इन्हें 10 से 20 साल तक बुक करवा सकते हैं। भविष्य में आइपीएल और अंतरराष्ट्रीय मैच होंगे इसी स्टेडियम में
इंटरनेशनल पिच एक्वेटर दलजीत सिंह बताते हैं कि यह देश का ऐसा इकलौता क्रिकेट स्टेडियम है, जिसमें सात इंटरनेशनल स्तर की पिच तैयार गई हैं। हर पिच पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच हो सकते हैं। उम्मीद थी कि इस सीजन में इस स्टेडियम में रणजी मैच हो सकते हैं, लेकिन कोरोना महामारी चलते अभी घरेलू सीजन को लेकर स्थिति साफ नहीं है। भविष्य में तमाम आइपीएल और इंटरनेशनल वनडे मैच इसी स्टेडियम में होंगे, क्योंकि इसमें पार्किग व ट्रैफिक संबंधी कोई दिक्कत नहीं होगी। यह कुछ हैं खास
-देश का पहला स्टेडियम, जिसमें बने हैं खास 30 कारपोरेट बॉक्स
-स्टेडियम के भीतर 1640 गाड़ियों की पार्किग व्यवस्था
-ट्राईसिटी का सबसे बड़ा स्टेडियम, 34 हजारों दर्शकों की क्षमता