महिला सरपंचों को विकास में सहभागी बनाने को खोलेंगे ट्रेनिंग सेंटर
महिला व बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी वर्करों व महिला सरपंचों को समय का साथी बनाने व देश के विकास में सहभागी बनाने के लिए देशभर में विशेष ट्रेनिंग सेंटर खोले जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मोहाली : महिला व बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी वर्करों व महिला सरपंचों को समय का साथी बनाने व देश के विकास में सहभागी बनाने के लिए देशभर में विशेष ट्रेनिंग सेंटर खोले जा रहे हैं। मोहाली में ऐसा पांचवां सेंटर सोमवार को खोला गया है, जिसके साथ इस क्षेत्र के लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा। यह विचार महिला व बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक कोऑपरेशन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट के उद्घाटन मौके पर रखे। पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि यह आम धारणा है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को सिर्फ खाना मिलता है और इस कारण पंजाब व हरियाणा के ज्यादातर क्षेत्रों के लोग अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में भेजते ही नहीं, जबकि सरकार द्वारा प्री-स्कू¨लग का प्रबंध किया गया है और बच्चों को इस संबंधी विशेष ट्रेनिंग दी जाती है।
अब महिलाएं नहीं रहेंगी अपने पति पर निर्भर
मेनका गांधी ने कहा कि मोहाली में स्थापित किए गए इस केंद्र में जहां आंगनबाडी वर्करों को ट्रे¨नग दी जाएगी, वहां नई चुनी गई महिला सरपंचों के 20-20 के ग्रुप बनाकर उनको पंचायत के कार्यों के बारे में विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। अब भी ऐसा देखने में आता है कि महिला सरपंचों के सारे कार्य उनके पति ही करते हैं और आम तौर पर अधिकारी ही हरेक बात के लिए महिला सरपंचों के पति के साथ ही बात करते हैं। इन केंद्रों में महिलाओं को गांव के विकास के साथ करवाए जाने वाले कार्य, पंचायत का हिसाब-किताब रखने, ग्रांट हासिल करने की प्रक्रिया व गांव के विकास के साथ जुड़े अन्य कार्यों के बारे में विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। ताकि महिलाएं अपने पति पर निर्भर न रहे, बल्कि खुद आगे होकर अपने गांव व देश के विकास के लिए काम करें।