चंडीगढ़ की शास्त्री मार्केट में महिला का हंगामा, अवैध रेहड़ी का चालान काटने पहुंची टीम से भिड़ी, गाली गलौच पर उतरी
चंडीगढ़ के सेक्टर-22 स्थित शास्त्री मार्किट में अवैध रेहड़ी-फड़ी हटाने पहुंची नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ टीम के साथ एक महिला ने विवाद शुरू कर दिया। अवैध तौर पर रेहड़ी लगाकर सामान बेच रही महिला ने अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारियों को रोकने के लिए महिला ने जमकर हुड़दंग मचाया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ के सेक्टर-22 स्थित शास्त्री मार्किट में अवैध रेहड़ी-फड़ी हटाने पहुंची नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ टीम के साथ एक महिला ने विवाद शुरू कर दिया। अवैध तौर पर रेहड़ी लगाकर सामान बेच रही महिला ने अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारियों को सामान जब्त करने से रोकने के लिए महिला ने जमकर हुड़दंग मचाया। अवैध तरीके से फड़ी लगाने पर अतिक्रमण हटाओ दस्ते की टीम ने चालान काटने लगी तो महिला नगर निगम के सरकारी ट्रक पर चढ़ गई। ट्रक पर चढ़कर महिला ने शोर शराबा शुरू कर दिया और जब्त किए सामान का विरोध करने लगी। अपना सामान रखने का विरोध करने लगी। अतिक्रमण टीम की कड़ी मसक्कत के बाद महिला नीचे नहीं उतर रही थी। जबरन नीचे उतारे जाने के विरोध में महिला सरकारी कर्मचारियों से गाली गलौज भी करने लगी। सूचना पाकर पहुंची सेक्टर-22 चौकी पुलिस ने टीम इंचार्ज ललित कुमार की शिकायत पर महिला उमा रानी के खिलाफ सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने की धारा के तहत केस दर्ज कर लिया।
नगर निगम अतिक्रमण टीम के इंचार्ज ललित कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह सेक्टर 22 एरिया के इंचार्ज हैं। वह अपनी टीम के साथ सेक्टर 22 स्थित शास्त्री मार्किट में अवैध फड़ी हटा रहे थे। इस दौरान जब उन्होंने अवैध फड़ी लगाने वाली महिला उमा रानी का सामान जब्त कर गाड़ी में रखने लगे तो महिला गाली गलौच करने लगी और गाड़ी में समान भी नहीं रखने दिया। महिला के जमकर हुड़दंग मचाने और काम में बाधा डालने की वजह से पुलिस कंट्रोल रूम में शिकायत दी गई। पुलिस कंट्रोल रूम से मामले की सूचना पुलिस को दी। सेक्टर 17 थाना।पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उमा रानी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
आए दिन अतिक्रमण हटाओ दस्ता के कर्मचारियों से विवाद
चंडीगढ़ में अतिक्रमण करने पर सख्त पाबंदी है। इसके लिए पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने भी संज्ञान लेकर चंडीगढ़ पुलिस और नगर निगम को सख्त चेतावनी दी है। हाईकोर्ट से शक्ति के निर्देश मिलने के बाद चंडीगढ़ पुलिस और नगर निगम ने अतिक्रमण वालों के खिलाफ विशेष अभियान भी चलाया था। हालांकि नगर निगम की टीम और अतिक्रमण करने वालों के बीच अक्सर इस तरह की घटनाएं होती हैं। कई बार टीम के कर्मचारियों को जान बचाकर भी भागना पड़ा हैं।