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डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड ऑफिसर के दफ्तर में घुसकर महिला ने किया पथराव

डिस्टिक एडमिनिस्ट्रेशन कांप्लेक्स में बने डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड ऑफिसर के दफ्तर में बुधवार सुबह अज्ञात महिला ने घुसकर चाइल्ड ऑफिसर पर हमला कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 May 2021 06:36 AM (IST)Updated: Thu, 13 May 2021 06:36 AM (IST)
डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड ऑफिसर के दफ्तर में घुसकर महिला ने किया पथराव
डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड ऑफिसर के दफ्तर में घुसकर महिला ने किया पथराव

जागरण संवाददाता, मोहाली : डिस्टिक एडमिनिस्ट्रेशन कांप्लेक्स में बने डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड ऑफिसर के दफ्तर में बुधवार सुबह अज्ञात महिला ने घुसकर चाइल्ड ऑफिसर पर हमला कर दिया। जब चाइल्ड ऑफिसर यादविदर कौर पर हमला हुआ वह अपने रूम में बैठी थी जबकि उनके साथ-साथ उनकी महिला मित्र कंप्यूटर पर काम कर रही थी, जबकि एक स्टॉफ मेंबर वॉशरूम में थी। अज्ञात महिला अचानक उनके रूम में घुसी जिसने गाली-गलौज करते हुए अपने साथ लाए पत्थरों ने हमला कर दिया। पत्थरों से हुए हमले के बाद चाइल्ड ऑफिसर व उनकी सहयोगी रणदीप कौर ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया। उनकी चिल्लाने की आवाज सुनकर वॉशरूम गई सदस्य तुरंत बाहर भागी। उन्होंने हमलावर महिला को समझाने का प्रयास किया और तुरंत मौका देखकर उसको धक्का देकर अपने रूम से बाहर फैंक दिया और अंदर से कुंडी लगा ली। लेकिन हमलावर महिला में पथराव कर उनके दफ्तर के शीशे तोड़ दिए।

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मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन कोई आगे नहीं आया

चाइल्ड ऑफिसर ने बताया कि एक पत्थर तो उनके सिर के पास से होकर सीधा कंप्यूटर स्क्रीन पर गिरा। घटना बुधवार करीब 11.40 की है जब वह दफ्तर में थीं। यादविदर का कहना है कि हमलावर महिला पूरे एक साल बाद यहां आई है, लेकिन उसने ऐसा क्यों किया वह खुद नहीं जानती। उन्होंने कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवालियां निशान खड़े किए हैं। जिनका कहना है कि चिल्लाने पर भी उनकी मदद के लिए कोई नहीं आया। उन्होंने सोहाना पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दी है। पुलिस ने उनके बयान दर्ज कर लिए हैं।

चाइल्ड डिपार्टमेंट के पास एक साल पहले चला था केस

चाइल्ड ऑफिसर यादविदर कौर ने बताया कि डेढ़ साल पहले हमलावर विधवा महिला उनके ऑफिस में मदद के लिए आई थी और उसने अपनी दोनों बेटियों के पालन-पोषण के लिए प्रशासन को उन्हें अडॉप्ट करने की बात कही थी। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने महिला की दोनों बच्चियों को अडॉप्ट कर लिया था, लेकिन इसके कुछ समय बाद महिला अपनी छोटी बेटी को ले गई थी, जबकि बेटी की देखभाल कमेटी कर रही थी। लेकिन चंद माह बाद महिला फिर से उनके ऑफिस आई और अपनी बड़ी बेटी को भी साथ ले गई। कमेटी ने तो महिला की हर प्रकार से मदद की थी लेकिन आज उसने करीब एक साल बाद आकर हमला क्यों किया यह उनकी समझ से परे है। इस हमले को लेकर पुलिस को लिखित में शिकायत दे दी गई थी।


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