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न जाति पूछी न धर्म, बस लोगों को नई जिंदगी दे रहे चंडीगढ़ के राजन रेखी Chandigarh News

राजन रेखी कोलकाता की दात्री संस्था से जुड़े हुए हैं। जो कि इकलौती ऐसी संस्था है जो भारत में स्टेम सेल्स प्रोवाइड कराती है।

By Edited By: Published: Wed, 30 Oct 2019 10:08 PM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 01:28 PM (IST)
न जाति पूछी न धर्म, बस लोगों को नई जिंदगी दे रहे चंडीगढ़ के राजन रेखी Chandigarh News
न जाति पूछी न धर्म, बस लोगों को नई जिंदगी दे रहे चंडीगढ़ के राजन रेखी Chandigarh News

चंडीगढ़, जेएनएन। किसी को नई जिंदगी दिलाना बेहद ही सुखद अहसास कराता है। अगर हम किसी कार्य या मदद करने में सक्षम हैं, तो हमें कभी पीछे नहीं रहना चाहिए। जब हम किसी को नई जिंदगी दिलाने में उसकी मदद करते हैं, तो बहुत अच्छा लगता है। यह अहसास शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। ऐसे ही चंडीगढ़ सेक्टर-29 निवासी 49 वर्षीय राजन रेखी लोगों की मदद कर उन्हें नया जीवन दे रहे हैं। 1991 पहली बार दोस्त की मां को खून देकर जान बचाने के बाद शुरू हुए सिलसिले में अब तक राजन 64 बार ब्लड डोनेट, 89 बार डबल शॉट प्लेटलेट्स और एक बार बोनमैरो डोनेट कर चुके हैं। वहीं, पत्नी रमा रेखी के साथ मिलकर बॉडी डोनेट करने के साथ लोगों को दूसरे की जिंदगी में ब्लड-बॉडी डोनेशन का महत्व समझाकर उन्हें भी इस नेक काम के लिए प्रेरित कर रहे हैं। राजन रेखी कोलकाता की दात्री संस्था से जुड़े हुए हैं। जो कि इकलौती ऐसी संस्था है जो भारत में स्टेम सेल्स प्रोवाइड कराती है।

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24 साल की उम्र में डरते-डरते पहली बार की दोस्त की मदद

राजन रेखी ने 24 साल की उम्र में 1991 में पहली बार बल्ड डोनेट किया। उस समय उन्होंने पीजीआइ में दोस्त की मां के लिए खूनदान किया था। उनके दोस्त की मां को कैंसर था इसलिए खून की तत्काल आवश्यकता थी। रेखी के दोस्त को उस समय खून जुटा पाना बहुत ही मुश्किल हो रहा था। इस दौरान राजन रेखी ने पहली बार डरते हुए ही सही लेकिन खून देकर दोस्त की माता की जान बचाई थी। तब से लेकर अब तक उनका खून देने का सिलसिला जारी है। उन्होंने अपने साथ ऐसे लोगों का ग्रुप बनाया हुआ है जो कि हमेशा खून देने के लिए तैयार रहते हैं। रेखी द्वारा ग्रुप मेंबरों के साथ संपर्क किया जाता है फिर क्या उनके ग्रुप के मेंबर तुरंत उन अस्पतालों में पहुंचकर खून दान करते हैं।

चंडीगढ़ के प्रशासक, हरियाणा के मंत्री, यूटी पुलिस विभाग से पा चुके हैं सम्मान

रेखी ने बताया कि अभी उनके बच्चे अंडरेज हैं, लेकिन उनके बच्चे भी अभी से रक्तदान करने की जिद करते हैं। लेकिन रेखी का कहना है तय उम्र के बाद उनके बच्चे भी उनके रास्ते पर चलेंगे और मानवता के लिए जो काम कर सकते हैं वह करेंगे। इसके लिए उनके द्वारा कोई रोक-टोक नहीं होगी। राजन रेखी को पंजाब के पूर्व गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक कप्तान सिंह सोलंकी, वर्तमान पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर, हरियाणा के कृषि मंत्री ओपी धनखड़, यूटी पुलिस विभाग की ओर इस सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित भी किए जा चुके हैं।


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