हम एसी कमरों में बैठकर नहीं, लोगों के बीच जाकर तैयार करते हैं चुनावी मेनिफेस्टो : मनीष सिसोदिया
आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वीरवार को कहा कि दूसरी पार्टियों की तरह हम बंद कमरों में बैठकर खोखले वादे नहीं करते। और न ही चुनावी घोषणा पत्र तैयार करते हैं।
जासं, चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वीरवार को कहा कि दूसरी पार्टियों की तरह हम बंद कमरों में बैठकर खोखले वादे नहीं करते। और न ही चुनावी घोषणा पत्र तैयार करते हैं। मनीष सिसोदिया वीरवार को यहां सेक्टर-31 स्थित सीआइआइ में वीरवार को आप की ओर से चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के मद्देनजर आयोजित मेनिफेस्टो डायलॉग कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसमें शहर के होटल इंडस्ट्री, आरडब्ल्यूए, इंडस्ट्रियलिस्ट, डॉक्टर्स, शिक्षाविद सहित तमाम वर्ग के बुद्धिजीवी लोग पहुंचे थे। उन्होंने शहर की बेहतरी के लिए सुझाव दिए और समस्याएं गिनाई। इस मौके पर मनीष सिसोदिया के साथ चंडीगढ़ के पार्टी प्रभारी जरनैल सिंह, सह प्रभारी प्रदीप छाबड़ा, अध्यक्ष प्रेम गर्ग तथा वरिष्ठ उपाध्यक्ष विक्रम धवन समेत तमाम नेता मौजूद थे।
इस मौके पर केजरीवाल के फोटो वाले, शहर आपका सुझाव आपका.. पर्चे बांटे गए, ताकि कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले अपने सुझाव दे सकें। मनीष सिसोदिया ने सारे सुझावों का स्वागत करते हुए वादा किया कि सुझावों को आम आदमी पार्टी अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करेगी और नगर निगम चुनाव जीतने के बाद हर वादे को पूरा करेगी।
मनीष सिसोदिया ने अरविद केजरीवाल सरकार के दिल्ली मॉडल का हवाला देते हुए कहा कि आप ने वर्ष 2015 में पहली बार जब दिल्ली में सरकार बनाई तो दिल्ली का बजट महज 30 हजार करोड़ रुपये था, लेकिन केजरीवाल और अन्य मंत्रियों ने व्यापार जगत के लोगों समेत विभिन्न वर्गों के साथ बैठक की और टैक्स को 13 से घटाकर महज 5 फीसद किया। आप में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है, नतीजन पार्टी पर अब तक भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है।
उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में दिल्ली का बजट 30 हजार करोड़ रुपये बढ़कर 60 हजार करोड़ रूपये पर पहुंच चुका है। दिल्ली में हमारी सरकार ने 144 सुविधाओं को डोर स्टेप किया है और 1076 पर कॉल कर घर बैठे काम करवाने की परंपरा की शुरुआत की। सिसोदिया ने स्पष्ट किया कि नगर निगम चुनाव जीतने के बाद एक नए चंडीगढ़ की इबारत लिखी जाएगी और उसके बाद चंडीगढ़वासी सभी अन्य पार्टियों को भूल जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है, जब उद्यमियों समेत हर वर्ग आप का साथ दे। ब्यूरोक्रेसी हावी होने के कारण आई सफाई की रैंकिग में गिरावट :
सिसोदिया ने कहा कि राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के चलते आज सफाई के मामले में शहर की रैंकिग में गिरावट आई है। शहर में ब्यूरोक्रेसी हावी है। अफसरों को शहर नहीं अपनी कुर्सी की चिता रहती है। ब्यूरोक्रेसी किसी भी राज्य की रीढ़ होती है और चुने हुए नुमाइंदे दिल तथा उसकी जनता दिमाग, लेकिन मौजूदा समय में दिल दिमाग को भूलकर रीढ़ से काम लिया जा रहा है। इस मौके पर एक ऑटो चलाने वाले अनिल कुमार ने भी अपनी समस्यां बताई।