चंडीगढ़ में पानी बना राजनीतिक मुद्दा, कांग्रेस ने फिर भाजपा को घेरने की बनाई रणनीति, फूंके जाएंगे पुतले
चंडीगढ़ में पानी के बढ़े हुए दाम अब राजनीति मुद्दा बन चुका है। शहर में पानी के बढ़े हुए दाम के मुद्दे पर चंडीगढ़ कांग्रेस ने एक बार फिर से भाजपा को घेरने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि इस मुद्दे पर भाजपा की किरकरी होगी।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहर में पानी के बढ़े हुए दाम के मुद्दे पर चंडीगढ़ कांग्रेस ने एक बार फिर से भाजपा को घेरने की रणनीति बनाई है। क्योंकि कांग्रेस नेता जानते हैं कि इस मुद्दे पर ही भाजपा की शहर में किरकरी हो सकती है। जबकि भाजपा ने पानी के रेट कम करने के लिए प्रशासन पर दबाव बनाया हुआ है, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा है। भाजपा ने सदन में यह प्रस्ताव भी पास किया है कि जब तक कोरोना काल चल रहा है तब तक बढ़े रेट शहरवासियों पर लागू नहीं होंगे। लेकिन अधिकारियों ने भाजपा की यह मांग भी खारिज कर दी है। ऐसे में चंडीगढ़ भाजपा के नेता केंद्र सरकार से इस मुद्दे को लेकर संपर्क कर रहे हैं।
नगर निगम मेयर रविकांत शर्मा खुद भी दो बार सलाहकार और प्रशासक से बात कर चुके हैं। हर बार पानी के रेट कम करने का आश्वासन ही मिल रहा है। कांग्रेस ने फैसला किया है कि 21 मई बाद शहर के हर वार्ड में पानी की बढ़ी हुई कीमतों के खिलाफ धरने प्रदर्शन किए जाएंगे। इस दौरान हर वार्ड पार्षद का पुतला भी जलाया जाएगा। प्रशासन ने पिछले साल पानी के बढ़े हुए दामों की अधिसचूना जारी की थी उनकी कापियां भी हर वार्ड में जलाई जाएंगी।
मालूम हो कि भाजपा शासित नगर निगम ने दो माह पहले पानी के रेट कम करने का प्रस्ताव पास करके प्रशासन को भेजा था, लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। इससे पहले भी कांग्रेस की ओर से हर भाजपा पार्षद के घर जाकर उनका घेराव करने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन सदन में रेट कम करने का प्रस्ताव पास होने के बाद कांग्रेस ने अपना संघर्ष बंद कर दिया था।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता एचएस लक्की का कहना है कि पार्टी पानी के मुद्दे पर अपना संघर्ष तेज करेगी। पिछले एक साल से शहर में पानी के रेट बढ़ने के कारण त्राहि त्राहि मची हुई है। रेट बढ़ने के लिए सिर्फ भाजपा जिम्मेदार है।
कांग्रेस पार्षद एवं प्रवक्ता गुरबख्श रावत ने कहा कि चुनाव के समय भाजपा ने 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू करने का वादा किया था। लेकिन इस समय यह हाल है कि सुबह और शाम भी लोगों को मुश्किल से लो प्रेशर से पानी की सप्लाई मिल रही है। भाजपा शासित नगर निगम ने पानी के रेट बढ़ा दिए जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे पर भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद के घर का घेराव भी किया था जिसके बाद भाजपा पार्षदों ने यू-टर्न करते हुए रेट कम करने का प्रस्ताव पास कर दिया। लेकिन अभी तक प्रशासन ने रेट कम करने के प्रस्ताव पर मंजूरी नहीं दी है।