चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल में सेनेटरी पैड्स डिस्पोज के लिए स्वयंसेवी संस्था युवसत्ता दिए स्पेशल डस्टबिन
स्कूलों में छात्राओं के स्वास्थ्य का खास ध्यान रखते हुए शहर की स्वयंसेवी संस्था युवसत्ता ने स्पेशल डस्टबिन दिए हैं। यह डस्टबिन सेनेटरी पैड डिस्पोज के लिए दिए गए हैं। ताकि छात्राओं के स्वास्थ्य के साथ पर्यावरण को भी नुकसान न पहुंचे।
चंडीगढ़ [सुमेश ठाकुर]। बेटियां मासिक महामारी के दौरान पूरी तरह से स्वस्थ रहें, इसके लिए गवर्नमेंट गर्ल्स माॅडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-18 ने पहल की है। स्कूल में बेटियों के इस्तेमाल किए गए सेनेटरी पैड्स डिस्पोज के लिए अलग से डस्टबिन स्थापित किए गए हैं, ताकि वह समय-समय पर सेनेटरी पैड को बदलें और पूरी तरह से स्वस्थ रहें।
यह डस्टबिन 26 फरवरी को स्कूल में आयोजित मेंस्ट्रुअल हाईजिन वर्कशॉप के दौरान स्वयंसेवी संस्था युवसत्ता द्वारा डोनेट किए गए। वर्कशॉप में मुख्य अतिथि के तौर पर चंडीगढ़ प्रशासन के पर्यावरण विभाग से डायरेक्टर देबेंद्र दलाई, ट्रिनिटी हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट से डायरेक्टर डाॅ. कमला कौशल, नगर निगम के स्वच्छ भारत अभियान की प्रोजेक्ट आफिसर इशिता, शिक्षाविद अरुणा भारद्वार और युवसत्ता स्वयंसेवी संस्था के फाउंउर प्रमोद शर्मा सहित खैतान सिस्टर्स मौजूद रही।
संस्था द्वारा स्कूल को दिया गया सेनेटरी पैड्स डिस्पोज करने के लिए डस्टबिन।
खैतान सिस्टर ने डोनेट किए सेनेटरी पैड्स
युवसत्ता द्वारा डस्टबिन डोनेट करने के अलावा मौके पर मौजूद खैतान सिस्टर दीक्षा और माल्विका ने छात्राओं को को सेनेटरी पैड बांटे। स्कूल प्रिंसिपल राजबाला ने बताया कि हमारा प्रयास बेटियों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। इसके लिए हम समय-समय पर वर्कशॉप आयोजित करते हैं, लेकिन स्पेशल डस्टबिन लगाकर उसमें पैड्स डिस्पोज करने के बारे में जानकारी देकर हम बेटियों को स्वास्थ्य के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ पर्यावरण को भी साफ-सुधरा रखने की दिशा में काम कर रहे हैं।
वजन के बराबर खाएं प्रोटीन
वर्कशॉप के दौरान डॉ. कमला शर्मा ने कहा कि सेनेटरी पैड्स का सही से इस्तेमाल करने के साथ बेटियों को अपने वजन के अनुसार प्रोटीन लेना चाहिए। प्रोटीन ऐसा विटामिन है जो कि इंसान को स्वस्थ रखने के लिए सबसे अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म को लेकर विभिन्न प्रकार की भ्रांतियां समाज में है जिससे बचना जरूरी है।