अजब नंबरों का गजब क्रेजः 7.30 लाख में बिका '0001', '9900' के लिए लगी 5 लाख की बोली
आरएलए ने इस बार 347 वीआईपी नंबरों से 90 लाख 3 हजार रुपये की कमाई की है। आरएलए अधिकारी संजीव कोहली ने कहा कि फैंसी नंबरों में लोगों ने काफी दिलचस्पी दिखाई है।
चंडीगढ़ [डाॅ. सुमित सिहं श्योराण]। शहर में गाड़ियों पर वीआईपी नंबर का क्रेज फिर से बढ़ने लगा है। हाल ही में चंडीगढ़ प्रशासन के रजिस्ट्रेशन एंड लाइसेंसिंग अथाॅरिटी (आरएलए) ने वीआईपी नंबरों की बोली से मोटी कमाई की है। आरएलए को पहली बार एक ही दिन में करीब एक करोड़ रुपये की कमाई हुई है। सीएच-01-बीवी सीरीज के नए नंबरों की आॅक्शन के दौरान 0001 नंबर को हरीश गोयल ने 7 लाख 30 हजार रुपये में खरीदा है। लेकिन इस बार सबसे बड़ी बोली 9900 नंबर के लिए लगी है। इसे 5 लाख रुपये में खरीदा गया है।
आरएलए ने इस बार 347 वीआईपी नंबरों से ही 90 लाख 3 हजार रुपये की कमाई कर डाली। आरएलए अधिकारी संजीव कोहली ने कहा कि ई आॅक्शन में भी लोगों ने फैंसी नंबरों में दिलचस्पी दिखाई है। उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए ई आॅक्शन सिस्टम को शुरु किया गया है।
आरएलए में सभी सुविधाएं आॅनलाइन
चंडीगढ़ आरएलए में लोगों की सुविधा के लिए हर काम अब आॅनलाइन कर दिया गया है। वाहनों की आरसी से लेकर ड्राइविंग लाइसेंस बनाने तक सभी तरह के कामों के लिए अब घर बैठे ही अप्वाइंटमेंट ली जा सकती है। आरएलए में अब सिर्फ आॅनलाइन अप्वाइंटमेंट लेने पर ही फाइल आदि जमा होगी। नए सिस्टम से अब आरएलए में दिनभर लगने वाली भीड़ से निजात मिल गई है। सीनियर सिटीजंस और आर्मी जवानों के लिए भी स्पेशल टाइम अलाॅट किया गया है।
वीआईपी नंबर कितने में बिका
0001 7 लाख 30 हजार
9900 5 लाख
0005 2 लाख 99 हजार
0009 2 लाख 55 हजार
9999 2 लाख 41 हजार
7777 1 लाख 90 हजार
1111 1 लाख 78 हजार
9990 1 लाख 76 हजार
000070 1 लाख 66 हजार
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वीआईपी (फैंसी) नंबरों की ई आॅक्शन का काफी अच्छा रिस्पांस मिला है। उम्मीद से अधिक में कई नंबर बिके हैं। आॅनलाइन ई आॅक्शन सिस्टम लोगों की सुविधा को देखते हुए शुरू किया गया। अब आरएलए में किसी भी काम के लिए सिर्फ निर्धािरत समय से पांच मिनट पहले ही लोगों को पहुंचना होता है। किसी भी फाइल जमा करने या पैसे जमा करने में 10 से 15 मिनट से अधिक समय नहीं लगता।
विराट-एचसीएस, रजिस्ट्रेशन एंड लाइसेंसिंग अथाॅरिटी (आरएलए), चंडीगढ़