सीवरेज प्रोजेक्ट की जांच को विजिलेंस विभाग की टीम पहुंची कुराली
शहर में करीब पांच साल पहले
संवाद सहयोगी, कुराली : शहर में करीब पांच साल पहले 87 करोड़ रुपये की लागत से डाले गए सीवरेज प्रोजेक्ट के फेल होने से पिछले कई वर्षो से लोगों परेशान हैं। प्रोजेक्ट की शिकायत के बाद फरवरी में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो को इसकी जांच सौंपी गई थी। विभाग की टेक्निकल टीम के अधिकारियों ने अधरेड़ा रोड पर बने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया था और काउंसिल से सीवरेज प्रोजेक्ट से संबंधित रिकॉर्ड लिया था। वहीं इसी कड़ी में शुक्रवार को एक बार फिर विजिलेंस विभाग की टीम कुराली पहुंची और गमाडा एवं काउंसिल अधिकारियों के साथ शहर की विभिन्न साइट्स पर ओवरफ्लो हो रहे मैनहोल्स का निरीक्षण किया। काउंसिल कर्मचारियों का चेक किया अटेंडेंस रजिस्टर शुक्रवार सुबह करीब दस बजे एक्सईन सुरिदर कुमार एवं एसडीओ ब्रिज मोहन सोनी एवं असिस्टेंट इंजीनियर भूपिदर सिंह सोमल की अगुआई में विजिलेंस विभाग की टीम कुराली नगर काउंसिल दफ्तर पहुंची। एसडीओ ब्रिज मोहन सोनी ने बताया कि टीम ने दफ्तर में काउंसिल कर्मचारियों का अटेंडेंस रजिस्टर चेक किया, जिसमें सभी कर्मचारियों की हाजिरी दुरुस्त पाई गई। काउंसिल अधिकारियों से सीवरेज प्रोजेक्ट से संबंधित शेष रिकॉर्ड की भी मांगा गया है। ओवरफ्लो हो रहे मैनहोल्स का किया निरीक्षण विजिलेंस विभाग की टीम ने गमाडा के असिस्टेंट इंजीनियर हरजीत सिंह तथा कुराली एरिया के जेई गुरकीरत सिंह सहित काउंसिल के कार्यकारी अधिकारी गुरदीप सिंह की अनुपस्थिति में म्युनिसिपल इंजीनियर हरप्रीत सिंह भ्योरा, क्लर्क राजेश कुमार, सेनेटरी विभाग के इंचार्ज दर्शन राणा के साथ शहर में ओवरफ्लो हो रहे सीवरेज मेनहोल्स की जानकारी प्राप्त कर सभी साइट्स का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने श्री नगरखेड़ा मंदिर के सामने, मेन बाजार को जाते मार्ग, बडाली रोड, इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के निकट, सिसवां मार्ग, झिगड़ा रोड, चनालों आदि एरिया में ओवरफ्लो हो रहे सीवरेज मैनहोल की ब्लॉकेज के कारणों की जांच की। इसके बाद अधरेड़ा रोड स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी टीम दौरा किया। गमाडा के अधिकारियों को लगाई लताड़ श्री नगर खेड़ा मंदिर के सामने ओवरफ्लो हो रहे मैनहोल की जांच के दौरान विजिलेंस विभाग टीम के एसडीओ ब्रिज मोहन सोनी के गमाडा के असिस्टेंट इंजीनियर और जेई गुरकीरत सिंह से सीवरेज की बिछाई गई पाइप लाइन के नक्शे की मांग की। इस पर गमाडा के दोनों ही अधिकारियों का कहना था कि उनका कुछ दिन पहले ही यहां ट्रांसफर हुआ है, उन्हें नक्शे से संबंधित कोई जानकारी नहीं है। एसडीओ ब्रिज मोहन सोनी के गमाडा के अधिकारियों को इस लापरवाही के चलते लताड़ लगाई, जिसके बाद संबंधित अधिकारियों द्वारा मौके पर नक्शा मंगवाने के प्रबंध किए गए। खामियों को दुरुस्त कर पीडब्ल्यू एसएसबी को सौंपा जाएगा चार्ज काउंसिल के म्युनिसिपल इंजीनियर हरप्रीत सिंह भ्योरा ने बताया कि दो दिन पहले डीसी मोहाली ऑफिस में हुई मीटिग के दौरान पंजाब वाटर सप्लाई सीवरेज बोर्ड, गमाडा और काउंसिल अधिकारियों की बनाई गई कमेटी के मेंबर्स की मीटिग के दौरान निर्णय लिया गया की सभी विभाग के अधिकारी जॉइंटली सीवरेज प्रोजेक्ट में फाल्ट को ढूंढेगे। इसके बाद सीवरेज क्लीनिग के लिए टेंडरिग प्रोसेस होगा जिसके बाद कार्य को पूरा कर सीवरेज प्रोजेक्ट का चार्ज पंजाब वाटर सीवरेज बोर्ड को सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान शहरवासियों पर भी जल्द से जल्द सीवरेज कनेक्शन लेने दबाव बनाया जाएगा। प्रोजेक्ट को पूरा करने की डेडलाइन नवंबर तक है। एसटीपी में पाई गई खामियां टीम ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया तो इसके कार्य में भी खामियां पाई गई। उन्होंने बताया कि गमाडा एवं काउंसिल से सीवरेज प्रोजेक्ट संबंधी रिकॉर्ड पहले लिया जा चुका है और शेष रिकॉर्ड संबंधित विभाग से मांगा गया है जिसके फैक्ट्स के आधार पर रिपोर्ट बना उसे रोपड़ विजिलेंस विभाग को सौंपा दिया जाएगा।