Move to Jagran APP

ड्रग्स का मुद्दा उठते ही आप ने किया वाकआउट

कैलाश नाथ, चंडीगढ़ पंजाब विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार को राजनीतिक ड्रामेबाजी के साथ शुरू

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Mar 2018 08:19 PM (IST)Updated: Tue, 20 Mar 2018 08:19 PM (IST)
ड्रग्स का मुद्दा उठते ही आप ने किया वाकआउट
ड्रग्स का मुद्दा उठते ही आप ने किया वाकआउट

कैलाश नाथ, चंडीगढ़

loksabha election banner

पंजाब विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार को राजनीतिक ड्रामेबाजी के साथ शुरू हो गया। राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने जैसे ही ड्रग्स के मुद्दे पर बोलना शुरू किया आम आदमी पार्टी के विधायक विरोध पर उतर आए और सदन से वाकआउट कर गए। अकाली दल व भारतीय जनता पार्टी के विधायक राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान गैरहाजिर रहे। वे सदन में गए ही नहीं।

राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में जैसे ही नशे के खिलाफ लड़ाई का जिक्र किया आप के विधायक उठ खड़े हुए और सरकार पर ड्रग्स के विरुद्ध ठोस कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए सदन से वाकआउट कर गए। वाक आउट के साथ ही आप विधायकों की आपसी गुटबाजी भी उभरकर सामने आ गई। नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा की अगुवाई में बारह से ज्यादा विधायक सदन से बाहर चले गए लेकिन कुलतार सिंह व अमरजीत सिंह सदन में ही बैठे रहे।

नशीले आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय लड़ाई लड़ रहा पंजाब

राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि पंजाब नशीले आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय युद्ध लड़ रहा है। सीमावर्ती राज्य होने के कारण नशीली दवाइयों व पदार्थो की तस्करी के कारण राज्य में बड़े स्तर पर नशाखोरी के मामले सामने आए हैं। राज्यपाल ने टारगेट किलिंग और संगठित गिरोह के खिलाफ उठाए गए कदम को लेकर सरकार की पीठ थपथपाई। पंजाब के पास दूसरे राज्य के लिए पानी नहीं

राज्यपाल ने पुन: यह स्पष्ट किया कि पंजाब के पास गैर रिपेरियन राज्य को देने के लिए पानी नहीं है। उन्होंने पंजाब के पानी को संभालने के लिए हरसंभव कानूनी एवं प्रशासकीय उपाय करने पर जोर दिया। चंडीगढ़ और पंजाबी बोलते क्षेत्रों को लेकर वे कुछ नहीं बोले। कृषि योजनाओं पर विशेष जोर

अकाली दल के विधायकों की गैरमौजूदगी में राज्यपाल ने कृषि क्षेत्र में सरकार की योजनाओं पर विशेष जोर दिया। दो लाख तक किसान कर्ज माफी में केंद्र सरकार द्वारा सहयोग न देने पर विशेष फोकस रखा। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार कृषि नीति लेकर आएगी और वैकल्पिक फसलों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। सरकार पराली निस्तारण के लिए लिए भले ही कोई ठोस रोडमैप नहीं दे पाई हो लेकिन राज्यपाल ने कहा कि पराली जलाने में 46 फीसद की कमी आई है।

-इनसेट-

सरकार का इन बातों पर रहेगा खास ध्यान

- सरकार पर्यटन पर जोर देगी। थीमैटिक सर्किट स्कीम द्वारा सर्किट पर्यटन को उत्साहित किया जाएगा।

-एशियन डेवलपमेंट की तरफ से सहायता प्राप्त आईडीआईपीटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत अमृतसर, कपूरथला, गुरदासपुर, पटियाला, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब में विरासती स्थानों की संभाल की जाएगी।

- शिक्षित युवा विश्वस्तर पर मुकाबला कर सके, इसके लिए सरकारी स्कूलों में पंजाबी के साथ-साथ अंग्रेजी माध्यम को भी मजबूत किया जाएगा।

- किसान स्वैच्छिक बिजली सब्सिडी छोड़ सकता है। 100 फीसद सब्सिडी छोड़ने वाले को 403 रुपये और 50 फीसद सब्सिडी छोड़ने वाले को 202 रुपये बीएचपी प्रति महीना बिजली वसूली जाएगी।

- 3000 डेयरी यूनिट स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है।

- मार्कफेड 110 बूथ खोलेगा।

-----

-इनसेट-

राज्यपाल कर बैठे गलती

राज्यपाल अपने अभिभाषण में अगले साल श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व मनाने की जगह गलती से श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश पर्व पढ़ बैठे। दिखा अंतर

किसान कर्ज माफी को लेकर राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार ने कहा कि कर्ज माफी के लिए भारत सरकार से वित्तीय सहायता देने का अनुरोध किया गया था पर बदकिस्मती से उनकी तरफ से कुछ नहीं किया गया, जबकि अंग्रेजी व पंजाबी भाषा के अभिभाषण पत्र में कहा गया कि यह मांग पेंडिंग है। अकाली-भाजपा व कांग्रेस एक राह पर

नशे को लेकर कांग्रेस पूर्व की अकाली-भाजपा की राह पर दिखाई दी। अंतर सिर्फ यह दिखा कि अकाली दल कहता था नशे के खिलाफ सरकार राष्ट्रीय लड़ाई लड़ रही है तो कांग्रेस ने कहा नशीले आतंकवाद के खिलाफ पंजाब राष्ट्रीय लड़ाई लड़ रहा है।

-------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.