डीसी ऑफिस के 100 मीटर दायरे में भी वेंडर्स का कब्जा
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सेक्टर-17 स्थित डीसी ऑफिस के 100 मीटर दायरे में भी कोई दिशा ऐसी नहीं है, जहां वेंडरों का कब्जा न हो।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सेक्टर-17 स्थित डीसी ऑफिस के 100 मीटर दायरे में भी कोई दिशा ऐसी नहीं है, जहां वेंडरों का कब्जा न हो। उन जगहों पर भी वेंडर्स का कब्जा है, जहां इनको बैठने की मनाही है। बरामदों और फुटपाथ तक अटे हुए हैं। जिससे आवाजाही तक की जगह नहीं बची है। कई जगह तो बरामदों में प्रशासन के मुख्य दफ्तरों के बाहर भी वेंडर बैठे हुए हैं। दफ्तर के बाहर बैठकर फ्रूट, मूंगफली, छोले कुल्चे बेचे जा रहे हैं। बेल्ट और पर्स बेचने वालों ने तो इन्हें नीचे ही फैला रखा है। अधिकारियों की नाक के नीचे यह सब चल रहा है। लेकिन अभी तक इन्हें उठाया नहीं जा सकता है। वेंडर बायलॉज फाइनल करने में देरी जिम्मेदार
कहीं न कहीं इस पूरे मामले में अथॉरिटी ही जिम्मेदार है। इसका मुख्य कारण वेंडर बायलॉज फाइनल करने में देरी भी रही है। बायलॉज बनने में ढाई साल से अधिक का समय लग गया। ढाई साल पहले बायलॉज बनकर इन्हें वें¨डग जोन में शिफ्ट कर दिया जाता था। लेकिन अभी तक नगर निगम वें¨डग साइट फाइनल करने में ही उलझा है। मंजूरी 5/6 की, कब्जा 15 फीट पर
जो वें¨डग बायलॉज बनाए गए हैं, उनमें एक वेंडर के लिए 5/6 फीट जगह निर्धारित की गई है। वें¨डग जोन में शिफ्ट करने के बाद उसे इतनी ही जगह मिलनी है। लेकिन वेंडर्स इस समय 15 फीट से भी अधिक जगह घेरे बैठे हैं। उनका जितना मन करता है, उतने में सामान फैलाकर बैठ जाते हैं। इतना ही नहीं, छोटे-छोटे बच्चों को भी इसमें इस्तेमाल किया जा रहा है। कई फड़ी पर तो बच्चों को भी बैठाया होता है। इन्हें कोई रोकने टोकने वाला नहीं है। सेक्टर-17 प्लाजा में ही रोजाना नई फड़ी सज जाती है। पार्किंग तक में फड़ियां लग रही हैं। बैंक स्क्वेयर और डीसी ऑफिस के बैक साइड तो बरामदों में जगह-जगह वेंडर्स बैठे हैं।