चंडीगढ़ में 50 करोड़ रुपये में बनाई गई मल्टीलेवल पार्किंग रह रही खाली, शहरवासी चाहते हैं वैले पार्किंग की सुविधा
नगर निगम ने सेक्टर-17 में मल्टीलेवल पार्किंग पर 50 करोड़ रुपये खर्च किए थे। सलाहकार भी मल्टीलेवल पार्किंग को लेकर काफी गंभीर है। इसलिए उन्होंने मंगलवार को सेक्टर 17 की मल्टीलेवल पार्किंग सहित अन्य पार्किंग का दौरा किया था।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहरवासी चाहते हैं कि मल्टीलेवल पार्किंग में वैले पार्किंग की सुविधा मिलनी चाहिए। लोगों का कहना है कि इस समय शहरवासी अंडरग्राउंड पार्किंग में वाहन पार्क करने के लिए तैयार नहीं होते, इसी कारण सेक्टर-17 के सरफेस पर जो पेड पार्किग बनी है वह फुल हो जाती है, लेकिन मल्टीलेवल पार्किंग खाली रह जाती है। नगर निगम ने सेक्टर-17 में मल्टीलेवल पार्किंग पर 50 करोड़ रुपये खर्च किए थे। सलाहकार भी मल्टीलेवल पार्किंग को लेकर काफी गंभीर है। इसलिए उन्होंने मंगलवार को सेक्टर 17 की मल्टीलेवल पार्किंग सहित अन्य पार्किंग का दौरा किया था।
सलाहकार ने अधिकारियों को 31 अक्टूबर तक सभी पार्किंग का एक रिपोर्ट चार्ट बनाने के लिए कहा है, जिसका अधिकारी प्लान बना रहे हैं। इसके तहत यह बताया जाएगा कि कौन कौन सी पार्किंग की मरम्मत होनी है। मालूम हो कि सेक्टर-17 में कुछ अंडर ग्राउंड पार्किंग भी हैं। जिन्हें नगर निगम अनसेफ घोषित कर चुका है। इन अंडर ग्राउंड पार्किंग की रिपेयर का भी प्लान तैयार किया जाएगा। मल्टी लेवल पार्किंग अधिकतर समय खाली रहती है। मल्टी लेवल पार्किंग के प्रति लोगों को अवेयर करने के लिए भी प्लान बनाया जाएगा।
तीन साल पहल बना था प्रस्ताव
सेक्टर-17 की मल्टीलेवल पार्किंग में शहरवासियाें को फाइव स्टार की तरह वैले पार्किंग की सुविधा मिले। इसका तीन साल पहले प्रस्ताव पास करके फैसला भी लिया गया था, लेकिन यह प्रस्ताव आज तक लागू नहीं किया गया। प्रस्ताव के अनुसार इस पर साल का 52 लाख 37 हजार रुपये का खर्चा आएगा। पार्किंग में सुबह 8 बजे से रात 11 बजे तक वाहन पार्क किए जाएंगे। नगर निगम के अनुसार मल्टीलेवल पार्किंग के वार्षिक रखरखाव पर एक करोड़ 16 लाख 70 हजार रुपये का खर्चा आ रहा है। इसके साथ ही 38 लाख रुपये से अलग से खर्चा कर्मचारियों की नियुक्ति पर इस साल आ रहा है।
वैले पार्किंग का नहीं लिया जाएगा कोई अतिरिक्त चार्ज
प्रस्ताव के अनुसार अभी एक दिन में यहां पर 500 से 600 कारें पार्क होने के लिए आती हैं, जबकि 450 से 500 दोपहिया वाहन पार्क होने के लिए आती है। दोपहिया वाहन सरफेस में ही पार्क होते हैं। यह भी निर्णय लिया गया था कि वैले पार्किंग की सुविधा देने के बदले चालक से कोई अतिरिक्त चार्ज भी वसूल नहीं किया जाएगा। जो अतिरिक्त कर्मचारी रखने पर खर्चा बढ़ेगा वह विज्ञापन से चार्ज किया जाएगा। मल्टीलेवल पार्किंग के अंदर विज्ञापन की मंजूरी दी जाएगी। प्रशासन का वास्तुकार विभाग मल्टीलेवल के भीतर विज्ञापन करने की मंजूरी पहले ही दे चुका है। नगर निगम बाहर भी मंजूरी चाहता था लेकिन प्रशासन ने इसकी मंजूरी नहीं दी। मालूम हो कि मल्टीलेवल पार्किंग अभी भी खाली रह जाती है, क्योंकि लोगों में मल्टीलेवल पार्किंग के अंदर समय बचाने के चक्कर में वाहन पार्क नहीं करते हैं। नगर निगम पार्किंग के रखरखाव पर हर महीने पांच लाख रुपये से ज्यादा खर्च कर रहा है।