यूपीएससी परीक्षा में परचम फहराने वाले चंडीगढ़ के होनहार सम्मानित,एसपी निहारिका भट्ट ने दी बधाई
सम्मान समारोह सेक्टर 32 के आईएस स्टडी सर्कल की ओर से सेक्टर 27 प्रेस क्लब में हुआ। चीफ गेस्ट एसपी निहारिका भट्ट ने सिविल सर्विसेज में चुने गए सभी कैंडिडेट को बधाई दी।
[डॉ. सुमित सिंह श्योरण] चंडीगढ़। सिविल सर्विसेज 2018 परीक्षा में ट्राइसिटी का नाम रोशन करने वाले होनहारों का सम्मान किया गया। सम्मान समारोह सेक्टर 32 के आईएस स्टडी सर्कल की ओर से सेक्टर 27 प्रेस क्लब में करवाया गया। आईपीएस अधिकारी और एसपी निहारिका भट्ट इस मौके पर मुख्य अतिथि थी। कार्यक्रम में आईएएस स्टडी सर्कल के डायरेक्टर प्रोफेसर अनिल कुमार और पूर्व आईएएस अधिकारी अशोक कुमार ने भी शिरकत की। इस मौके पर ऑल इंडिया लेवल पर 44 वां रैंक हासिल करने वाली अमृतपाल कौर, 195 रैंक हासिल करने वाले मनिंदर सिंह, 246 रैंक हासिल करने वाले नूपुर गोयल, चंडीगढ़ पुलिस में हेड कांस्टेबल मुकेश यादव की बेटी प्रीति यादव 466 रैंक, 505 रैंक हासिल करने वाली इश्मीत, 580 रैंक हासिल करने वाले अर्शदीप सिंह और 661 रैंक हासिल करने वाली पायल को सम्मानित किया गया।
सिविल सर्विसेज में चुने गए कैंडिडेट्स के साथ एसपी निहारिका भट्ट व अन्य।
मुख्य अतिथि निहारिका भट्ट ने इस मौके पर सिविल सर्विसेज में चुने गए सभी कैंडिडेट को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ये सभी देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा में शामिल होने जा रहे हैं। उन्होंने युवा ऑफिसर से कहा कि वह अपने ट्रेनिंग पीरियड को खूब इंजॉय करें। उन्हें वहां सीखने को बहुत कुछ मिलेगा। उन्होंने कहा कि सिविल सर्विसेज की तैयारी करते हुए युवाओं का फोकस सिर्फ पढ़ाई पर होता है। ऐसे में ट्रेनिंग के दौरान वह स्पोर्ट्स और हॉबीज पर भी ध्यान दे सकेंगे। उन्होंने सिविल सर्विसेज में चुने गए युवाओं के पेरेंट्स को भी बधाई दी।
सिविल सर्विसेस में बढ़ा चंडीगढ़ का दबदबा, 10 साल में 150 बने आईएएस
आईएएस स्टडी सर्कल डायरेक्टर प्रोफेसर अनिल कुमार ने इस मौके पर कहा कि पिछले 10 सालों में ट्राइसिटी के युवाओं ने सिविल सर्विसेज में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने बताया कि डेढ़ सौ से अधिक युवाओं का आईएएस, आईपीएस और अन्य एलाइड सर्विसेज में चयन हुआ है। इतना ही नहीं चंडीगढ़ ने सिविल सर्विसेज में कई टॉपर भी दिए हैं। इनमें 2000 में ऑल इंडिया रैंक हासिल करने वाले गुरकीरत सिंह, 2003 में ऑल इंडिया रैंक तीन हासिल करने वाले अर्शदीप सिंह, 2004 में ऑल इंडिया तीन रैंक हासिल करने वाले डॉ. गौरव उप्पल, 2005 में ऑल इंडिया रैंक हासिल करने वाली गुरमीत तेज, 2006 में ऑल इंडिया में दूसरा रैंक हासिल करने वाले डॉ. अमित सैनी आदि शामिल हैं।
हेड कांस्टेबल की बेटी प्रीति भी सम्मान
सम्मान समारोह में सिविल सर्विसेज में 466वां रैंक हासिल करने वाली होनहार प्रीति यादव को भी सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि निहारिका भट्ट ने एक साधारण परिवार की प्रीति को इस उपलब्धि पर विशेष तौर पर बधाई दी। उन्होंने प्रीति के पिता मुकेश यादव और उनकी मां और भाई से भी मुलाकात की। निहारिका भट्ट ने इस मौके पर कहा कि प्रीति जैसे युवा लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बनते हैं।
प्रीति ने बताया सफलता का मंत्र
उधर, प्रीति ने इस मौके पर सिविल सर्विसेज की तैयारी में अपने 3 से 4 वर्षों के कड़े परिश्रम के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अगर जीवन में कुछ करने का दृढ़ निश्चय कर लिया जाए तो कुछ भी नामुमकिन नहीं। प्रीति ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई के साथ ही सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर अनिल ने करीब तीन वर्षों तक उनका मार्गदर्शन किया, जिसकी बदौलत उन्हें आज यह सफलता मिली है। प्रीति अपने पेरेंट्स को अपना रोल मॉडल मानती हैं। उन्होंने कहा कि वह समाज में महिलाओं और गरीब बच्चों के लिए कुछ करना चाहती हैं। प्रीति ने सेक्टर 11 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स से बीए की है। वह कॉलेज लेवल पर भी टॉपर रही हैं।