23 लाख लेकर नहीं की ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की सप्लाई, दो गिरफ्तार
मनीमाजरा के शांति नगर स्थित फार्मा कंपनी को सीसी लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन की सप्लाई करने का झांसा देकर 23 लाख 76 हजार की ठगी करने वाले दो आरोपितों को साइबर सेल की टीम ने बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : मनीमाजरा के शांति नगर स्थित फार्मा कंपनी को सीसी लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन की सप्लाई करने का झांसा देकर 23 लाख 76 हजार की ठगी करने वाले दो आरोपितों को साइबर सेल की टीम ने बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया है। सीसी लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान मुजफ्फरपुर के रहने वाले पल्लव कुमार और बिहार स्थित सीतामढ़ी निवासी बृजभूषण वर्मा के तौर पर हुई हैं। दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश कर साइबर सेल की टीम ने आठ दिन का रिमांड हासिल किया है।
फार्मा कंपनी की मालकिन गीता ने बताया कि दवाइयों की खरीद-फरोख्त के लिए एक वाट्सएप ग्रुप बनाया है। 24 मई की शाम एक व्यक्ति ने कॉल किया। उसने खुद को फार्मा कम्पनी का कर्मचारी बताकर सस्ती कीमत में सीसी लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन देने डिलीवरी करने की डील बताई। उसने एक इंजेक्शन की कीमत 4800 रुपये की बताई, जो मार्केट से कम काम में था। दोनों ने बातचीत के बाद फार्मा कंपनी की मालकिन ने डील के तहत 23 लाख 76 हजार रुपये जमा करवाया। आरोपित ने पैसे भी अलग-अलग बैंक अकाउंट में जमा करवाया।
पैसे वापस मांगने पर किया इन्कार
शिकायतकर्ता ने बताया कि पैसे जमा होने के बाद आरोपित ने इंजेक्शन की डिलीवरी नहीं दी। पैसे वापस मांगने पर साफ इन्कार करने लगा। इसकी शिकायत के बाद साइबर सेल की जांच में सामने आया कि शिकायतकर्ता मालकिन ने सीसी लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन लेने के लिए आरोपित बृजभूषण के कोटक महिन्दा बैंक के अकाउंट में 20 लाख 40 हजार रुपये ट्रांसफर किया था। इसी बैंक की डिटेल्स से माध्यम से पुलिस दोनों आरोपितों तक पहुंचने में सफल हुई हैं।