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Blood Donate करने में इस शहर की महिलाएं फिसड्डी, Report में सामने आई बड़ी वजह Chandigarh News

ट्राईसिटी की महिलाएं ब्लड डोनेट करने में फिसड्डी साबित हो रही हैं। ऐसा नहीं है कि यहां की महिलाएं रक्तदान करना नहीं चाहती।

By Edited By: Published: Sat, 29 Jun 2019 10:54 PM (IST)Updated: Sun, 30 Jun 2019 02:02 PM (IST)
Blood Donate करने में इस शहर की महिलाएं फिसड्डी, Report में सामने आई बड़ी वजह Chandigarh News
Blood Donate करने में इस शहर की महिलाएं फिसड्डी, Report में सामने आई बड़ी वजह Chandigarh News

चंडीगढ़, [वीणा तिवारी]। ट्राइसिटी की महिलाएं ब्लड डोनेट करने में फिसड्डी साबित हो रही हैं। ऐसा नहीं है कि यहां की महिलाएं रक्तदान करना नहीं चाहती। लेकिन खून की कमी के कारण वे चाहकर भी रक्तदान नहीं कर पा रही हैं। जून माह में मनाए गए ब्लड डोनेशन माह के अंतर्गत ट्राईसिटी में लगाए गए कैंप में उनका योगदान महज छह प्रतिशत रहा है। इसका कारण उनमें खून की कमी, सीवियर एनीमिया और शारीरिक कमजोरी के रूप में सामने आया है।

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श्री शिव कांवड़ चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से एक माह के दौरान लगाए गए अलग-अलग कैंप में लगभग 94 प्रतिशत महिलाएं रिजेक्ट हुई हैं। ट्रस्ट के संस्थापक राकेश सैंगर का कहना है कि ब्लड डोनेशन को लेकर महिलाओं और लड़कियों में काफी उत्साह होता है लेकिन काउंसलिंग के दौरान ज्यादातर रिजेक्ट हो जाती हैं। उनका हीमोग्लोबीन लेवल काफी कम होता है। ब्लड डोनेशन में भागीदारी रहीं निराशाजनक स्थान कुल रक्तदान महिलाओं की संख्या

रिपोर्ट में स्थिति चिंताजनक

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे रिपोर्ट के अनुसार यहां की आधे से ज्यादा महिलाएं खून की कमी से ग्रस्त हैं। यहां लड़कियों में खून की कमी का सिलसिला बचपन से ही शुरू हो जा रहा है। जो आगे चलकर उनके लिए कई बीमारियों का कारण बन रहा है। गाइनकोलॉजिस्ट का कहना है कि खून की कमी के कारण किशोरावस्था से ही कई तरह की शारीरिक परेशानी शुरू हो जाती है। जिसे समय रहते ठीक नहीं किया गया तो हाई रिस्क प्रेग्नैंसी का खतरा बढ़ जाता है।

कहीं आप में ये लक्षण तो नहीं

स्किन का रंग पीला पड़ने लगा हो काम करते हुए जल्दी की थकावट महसूस करना पूरा दिन कमजोरी या बीमार महसूस करना सांस लेने में तकलीफ होना पैदल चलते, काम करते या फिर सीढ़ी चढ़ते हुए चक्कर आने लगते हैं कई बार पैरों के तलवे और हथेलियां ठंडी पड़ने लगती है अचानक सिर और सीने में दर्द होने लगता है।

एनीमिया दूर भगाना है तो ये करें उपाय

आयरन से भरपूर पौष्टिक आहार जैसे चकुंदर, गाजर, पालक, टमाटर और अन्य हरी सब्जियां ज्यादा मात्रा में लें। सुबह खाली पेट भींगे हुए काले चने गुड़ के साथ खाने से भी एनीमिया की शिकायत खत्म हो जाती है। डॉक्टर की सलाह से आयरन की गोलियां लें।

खान-पान में की जा रही लापरवाही

महिलाओं और लड़कियों में बढ़ रही एनीमिया का मुख्य कारण हैं। समय पर संतुलित और हेल्दी डाइट न लेने से यह समस्या बढ़ रही है। संतुलित और पोषक आहार के बल पर इसे ठीक किया जा सकता है।

-डॉ. मनीषा अरोड़ा, डायटीशियन, जीएमएसएस सेक्टर-16

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