एचसीएस पेपर लीक मामले में तीनों आरोपित तीन दिन के रिमांड पर भेजे
हरियाणा सिविल सर्विसेज (ज्यूडिशियल) प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार सेकेंड टॉपर तेजिंदर बिश्नोई और जीजा-साले को तीन दिन के रिमांड पर दोबारा भेजा गया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : हरियाणा सिविल सर्विसेज (ज्यूडिशियल) प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार सेकेंड टॉपर तेजिंदर बिश्नोई और जीजा-साले को तीन दिन के रिमांड पर दोबारा भेजा गया है।
दोपहर बाद एसआइटी ने तीनों को कोर्ट में पेश कर दोबारा रिमांड की मांग की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। आयुषी के पिता सुभाष गोदारा और मामा सुशील भादू 4 दिन और सेकेंड टॉपर तेजिंदर बिश्नोई 2 दिन के रिमांड पर थे। रिमांड के दौरान तेजिंदर ने खुलासा किया कि उसने आगे भी दो कैंडिडेट्स को पेपर खरीदने के लिए मुलाकात करवाई थी। इससे पहले मामले में आरोपित ने खुलासा किया कि उसने 7 लाख रुपये एडवांस दिए थे और काम पूरा होने पर 1 करोड़ रुपये देने का एग्रीमेंट किया था। एसआइटी आरोपित तेजिंदर बिश्नोई को दो दिन पहले गिरफ्तार आयुषी को पिता सुभाष गोदारा और मामा सुशील भादू के साथ 3 अक्टूबर को जिला अदालत में पेश कर दोबारा से रिमांड मांग सकती हैं। तीनों आरोपित 50-50 हजार रुपये के ईनामी थे। 19 सितंबर 2017 को दर्ज हुआ था केस
पिंजौर निवासी सुमन ने याचिका दायर कर कहा था कि हरियाणा ने एचसीएस ज्यूडिशियल के 109 पदों के लिए आवेदन मागे थे। जिसके बाद पेपर की तैयारी के लिए एक कोचिंग जाना शुरू कर दिया। इस बीच उसकी दोस्ती सुशीला से हो गई। जिसके बाद गलती से उसने एक ऐसी ऑडियो रिकॉर्डिग भेज दी, जिसमें वह अन्य लड़की से डेढ़ करोड़ में नियुक्ति की बात कर रही थी। पूछने पर पेपर लीक होने के मामले का खुलासा हुआ था। जिसके बाद हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 19 सितंबर को भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 8, 9, 13 (1) डी, 13 (2) और आइपीसी 409, 420, 120बी धारा के तहत सेक्टर-3 थाने में एफआइआर दर्ज की गई थी। जिसके बाद हाई कोर्ट के आदेश पर ही इसकी जाच के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम का गठन किया गया था। जिसमें एसपी रवि कुमार सिंह, डीएसपी कृष्ण कुमार और इंस्पेक्टर पूनम दिलावरी को शामिल किया गया।