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कुराली में नेता जी सुभाष चंद्र बोस को देखने नंगे पैर दौड़ पड़े थे हजारों लोग, श्याम लाल गुप्ता ने की यादें ताजा

Subhash Chandra Bose Jayanti आजादी की जंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सुभाष चंद्र बोस के कुराली आगमन से नवयुवकों में जंग-ए-आजादी के प्रति अलख जगी थी। वर्ष 1938 में कुराली पहुंचे बोस की धुंधली यादों के साक्षी वयोवृद्ध श्याम लाल गुप्ता भी रहे।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 11:51 AM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 11:52 AM (IST)
कुराली में नेता जी सुभाष चंद्र बोस को देखने नंगे पैर दौड़ पड़े थे हजारों लोग, श्याम लाल गुप्ता ने की यादें ताजा
वयोवृद्ध श्याम लाल गुप्ता सुभाष चंद्र बोस के कुराली आगमन के बारे में बताते हुए। जागरण

चेतन भगत, कुराली। देश की आजादी की जंग में अहम भूमिका अदा करने के अलावा आजाद हिंद फौज का गठन करने एवं तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा देकर क्रांति की मशाल जलाने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सम्मान में पूरा देश नतमस्तक है। आजादी के महानायक नेता जी के वर्ष 1938 में कुराली आगमन के साक्षी रहे शहर के वयोवृद्ध श्याम लाल गुप्ता ने लगभग 84 वर्ष पुरानी धुंधली यादों को दैनिक जागरण के साथ विशेष वार्ता के दौरान सांझा किया।

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कृष्णा मंडी में आए थे बोस

शहर के वयोवृद्ध श्याम लाल गुप्ता ने बताया कि उनका जन्म वर्ष 1921 को हुआ था। वर्तमान में पंजाब के मोहाली जिले में आता कुराली शहर उस समय जिला अंबाला में आता था। आजादी की जंग में शामिल होने एवं देश के नाम पर कुर्बानी देने वालों में कुराली कस्बे का नाम अग्रणी तौर पर लिया जाता था। उन्होंने बताया कि बेहद कम लोग इस बात से वाकिफ होंगे कि जंग-ए-आजादी के लिए पंजाब के नौजवानों का सहयोग लेने की मंशा लेकर स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस वर्ष 1938 में कुराली के कृष्णा मंडी आए थे।

नंगे पैर दौड़ पड़े थे नेताजी की झलक पाने

101 वर्षीय श्याम लाल गुप्ता ने मानस पटल पर इतिहास की धुंधली पड़ चुकी स्वर्णिम यादों को ताजा करते हुए बताया कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस कब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और 27 नवंबर 1938 को पंडित जवाहर लाल नेहरू की बहन विजय लक्ष्मी पंडित सहित उनके कुराली आगमन की खबर पाते ही उनके जैसे हजारों की संख्या में बच्चे, बुजुर्ग एवं नौजवान पहुंचे थे। वह खुद नंगे पैर ही उनकी एक झलक पाने और आजादी की लड़ाई को लेकर उनके अमूल्य विचार सुनने कृष्णा मंडी पहुंच गए थे।

लोगों को संबोधित करते हुए नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने कहा कि आजादी की लड़ाई को हमें हर कीमत पर जीतना है और देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करवाने के लिए हम हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। पुरानी यादों का स्मरण करते हुए श्याम लाल गुप्ता के नेत्र  बार-बार सजल हो रहे थे और गला रुंध रहा था, पर इतिहास के उन पलों का साक्षी बनने पर उनका सीना गर्व से चौड़ा हो रहा था।

प्रधानमंत्री का कदम सराहनीय

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आजादी के महानायक नेता जी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर दिल्ली स्थित इंडिया गेट पर उनकी 28 फीट ऊंची एवं 6 फीट चौड़ी मूर्ति की स्थापना करने की घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री द्वारा देश के गौरव  नेता जी बोस के सम्मान में की गई इस घोषणा को वयोवृद्ध श्याम लाल गुप्ता ने सरकार का सराहनीय कदम बताते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में क्रांति की अलख जगाने वाले देश के सच्चे सपूत को सदियों तक यूं ही याद किया जाता रहेगा।


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