चंडीगढ़ पहुंचे आलमंड सिंह... बादाम पर कलाकारी करने वाले अमन सिंह का नाम गिनिज बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज
चंडीगढ़ के टैगोर थिएटर में सिख लेंस फाउंडेशन की ओर से एक फेस्टिवल का आयोजन करवाया जा रहा है जिसमें सिख इतिहास से जुड़ी फिल्मों और अन्य प्रदर्शनी भी लगाई गई है। यहां पहुंचे आलमंड सिंह के नाम से प्रख्यात अमन की बादाम पर कलाकारी देख सभी हैरान हैं।
चंडीगढ़ [सुमेश ठाकुर]। बचपन में स्कैच बनाने और पेंटिंग करने का शौक था, इसलिए स्कूल की कापी और किताबों के कवर पर स्कैच बनाने के अलावा बड़े-बड़े चार्ट लाकर उन पर पेंटिंग करता था। जिस पर मां हमेशा डांटती थी कि पूरा पेज खराब कर देता है, छोटे पेजों पर पेंटिंग बनाया कर। उसी डांट ने अमन सिंह गुलाटी से बना दिया अलामंड सिंह। आलमंड सिंह कागजों और कपड़ों पर पेंटिंग व स्कैच बनाने के साथ अब बादामों पर भी कलाकारी करते हैं। इसके लिए उनका नाम गिनिज बुक ऑफ रिकार्ड में भी दर्ज है।
उत्तर प्रदेश लखीमपुरी के रहने वाले अमन सिंह गुलाटी सिख लेंस फाउंडेशन की तरफ से टैगोर थिएटर सेक्टर-18 में आयोजित फेस्टिवल में पहुंचे थे। यहां पर उनकी डाक्यूमेंट्री दिखाने के साथ उनकी कलाकारी को भी डिस्प्ले किया गया था। अमन ने बताया कि उनकी मां खुद भी पेंटिंग का शौक रखती थीं, जिसे देखकर मुझे भी कागजों पर कुछ न कुछ बनाने की आदत लग गई, लेकिन जैसे ही मां की डांट शुरू हुई तो मैंने छोटे-छोटे कागजों पर काम शुरू कर दिया और अब आधे बादाम पर बड़े से बड़ा संदेश देते हुए पेंटिंग को तैयार कर देता हूं। इसी आदत ने गिनिज बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा दिया है।
अमन सिंह गुलाटी द्वारा बादाम पर की गई कलाकारी।
सिख गुरुओं, पुलवामा शहीदों के अलावा बॉलीवुड हस्तियों की बादाम पर बनाई पेंटिंग
अमन अब तक सिख गुरुओं के इतिहास को दिखाते हुए पेंटिंग बनाने के साथ पुलवामा शहीदों के स्कैच बनाकर सीआरपीएफ हेडक्वार्टर दिल्ली को चुका है। वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर लाल बहादुर शास्त्री, पूर्व राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद, राधाकृष्ण सर्वपल्ली, बॉलीवुड अभिनेता दलीप कुमार, सलमान खान और अमिताभ बच्चन तक के स्कैच बादाम पर बना चुके हैं और जो भी नया संदेश समाज को देने की जरूरत होती है उस पर काम करने के लिए हमेशा तैयार रहता है।
बारीकी का काम इसलिए ध्यान की ज्यादा जरूरत
अमन ने बादाम पर किए गए काम के बारे में बताया कि बादाम पर कलाकारी बहुत ही बारीकी का काम है जिसके लिए बहुत ज्यादा ध्यान की जरूरत होती है। बादाम पर काम करने के लिए मैं ज्यादातर रात का समय चुनता हूं क्योंकि उस समय कोई शोर नहीं होता और काम पर ध्यान लगा रहता है।