सरकारी रेट दरकिनार कर फल और सब्जियों के मनमाने दाम वसूल रहे वेंडर
लोगों पर महंगाई का बोझ न पड़े इसके लिए मार्केट कमेटी चंडीगढ़ की ओर से रोजाना सब्जियों और फलों के रेट तय किए जा रहे हैं। इसके बावजूद शहर में फल और सब्जी विक्रेता और वेंडर प्रशासन के तय किए दामों को दरकिनार कर अपनी मर्जी के दाम वसूल रहे हैं।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़
लोगों पर महंगाई का बोझ न पड़े इसके लिए मार्केट कमेटी चंडीगढ़ की ओर से रोजाना सब्जियों और फलों के रेट तय किए जा रहे हैं। इसके बावजूद शहर में फल और सब्जी विक्रेता और वेंडर प्रशासन के तय किए दामों को दरकिनार कर अपनी मर्जी के दाम वसूल रहे हैं। शहर में जहां जहां यह वेंडर और विक्रेता बैठे हुए है, वहां पर सब्जियों और फलों के रेट ज्यादा है। मार्केट कमेटी की ओर से निर्धारित किए गए दाम पर न तो सब्जी बेची जा रही है और न ही फल। जो सब्जी 20 रुपये की है, उसी सब्जी को रेहड़ी-फड़ी वाले 40 रुपये में बेच रहे हैं। ये लोग थोक में सब्जी उठाते है और महंगे दामों पर बेच रहे हैं। प्रशासन ने जो रेट फिक्स किया है, उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है और न ही किसी को पता उन रेट का।
सुभाष मौर्य, निवासी, विकास नगर। सब्जियों और फलों के दाम तो तय कर दिए लेकिन गलियों में सब्जी बेचने वाले हर सब्जी का तीन गुणा ज्यादा रेट वसूल रहे हैं। इस पर कार्रवाई कौन करेगा, इंसान को पेट भरने के लिए सब्जियां तो खरीदनी ही पड़ेगी।
रोहित धवन, निवासी सेक्टर 21 रोजाना सब्जियों और फलों के दाम बदल रहे हैं। प्याज के दाम 25 से 35 रुपये प्रति किलो है, लेकिन उसे 45 रुपये प्रति किलो बेचा जा रहा है। प्रशासन की ओर से निर्धारित रेट पर कोई भी विक्रेता सब्जी और फल नहीं बेच रहे हैं।
रंजना पांडे, निवासी सेक्टर 29 रेहड़ी फड़ी और वेंडरों ने सब्जियों के दाम बढ़ाकर लूट मचाई हुई है। किसी भी सब्जी का दाम पूछ लो 40 रुपये से नीचे नहीं बताते। अगर उन्हें बोलो कि प्रशासन ने तो कुछ ओर रेट तय किए हुए है, तो उनका जवाब होता है हमारे लिए कोई रेट तय नहीं हुए हैं।
अंकुर गुप्ता, निवासी सेक्टर 30 सब्जियों के दाम में रोजाना इजाफा हो रहा है। स्वस्थ्य रहने के लिए हरी सब्जियां और फल जरूरी है लेकिन दोनों ही के दाम बढ़े हुए है। ऐसे में इंसान कैसे अपने आप को स्वस्थ्य रख सकता है। अगर प्रशासन ने सब्जियों के रेट तय किए हुए है तो फिर नियम तोड़ने वाले पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है।
जगदीश कौर, निवासी सेक्टर 20
आलू से लेकर प्याज, गाजर सभी सब्जियां महंगे दामों पर मिल रही है। रेहड़ी पर सब्जियां बेचने वालों ने तो सबसे ज्याद दाम बढ़ाए हुए है। वहीं वेंडर और विक्रेता अपने दाम बना कर सब्जियां बेच रहे है। प्रशासन के लचर होने की वजह से यह अवैध कार्य चल रहा हैं।
शीतल हंस, निवासी सेक्टर 37
इन दामों पर मिल रही सब्जियां और फल (प्रति किलो)
सब्जी और फल सरकारी रेट सेक्टर-26 मंडी वेंडर सेक्टर-20 फड़ी
प्याज (इंदौर) 30 से 35 रुपये 40 से 45 रुपये 40 से 45 रुपये
प्याज (लोकल) 22 से 25 रुपये 30 रुपये 30 रुपये
टमाटर 15 से 20 रुपये 20 से 25 रुपये 20 से 25 रुपये
फूल गोभी 30 से 35 रुपये 40 रुपये 40 रुपये
अदरक 55 से 60 रुपये 60 से 70 रुपये 60 से 70 रुपये
मिर्च 15 से 20 रुपये 25 से 30 रुपये 30 रुपये
मटर 65 से 70 रुपये 80 से 90 रुपये 80 से 100 रुपये
शिमला मिर्च 40 रुपये 40 रुपये
लहसून 100 रुपये 100 से 120 रुपये
घिया 20 से 25 रुपये 30 रुपये 30 रुपये
आलू (स्टोर) 8 से 10 रुपये 20 से 30 रुपये 30 से 35 रुपये
आलू (हिमचाली) 12 से 15 रुपये 25 से 35 रुपये 25 से 35 रुपये
अरबी 35 से 40 रुपये 40 से 45 रुपये 50 रुपये
खीरा 15 से 20 रुपये 20 से 25 रुपये 20 से 25 रुपये
भिडी 25 से 30 रुपये 30 रुपये 35 रुपये
नींबू 60 से 65 रुपये 60 से 80 रुपये 80 से 100 रुपये
कद्दू 12 से 15 रुपये 15 से 20 रुपये 15 से 20 रुपये
अनार 100 से 110 रुपये 120 से 125 रुपये 150 रुपये
नारियल पानी 50 से 55 रुपये 60 से 70 रुपये 80 रुपये
खरबूजा (लोकल) 17 से 22 रुपये 25 रुपये 25 रुपये
तरबूज 18 से 22 रुपये 20 से 25 रुपये 25 रुपये
मौसमी 115 से 125 रुपये 130 से 140 रुपये 135 रुपये
आम (सफेदा) 60 से 70 रुपये 70 से 80 रुपये 80 रुपये