भाजपा को महंगी पड़ सकती है कांग्रेस-जजपा पार्षदों की एकजुटता
एक साल पहले नगर निगम चुनाव एक साथ लड़ने वाली भाजपा और जननायक जनता पार्टी के बीच पंचकूला में सब कुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है।
राजेश मलकानियां, पंचकूला : एक साल पहले नगर निगम चुनाव एक साथ लड़ने वाली भाजपा और जननायक जनता पार्टी के बीच पंचकूला में सब कुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है। निगम की कार्यप्रणाली के खिलाफ जजपा के दोनों पार्षद अब कांग्रेस के साथ हो लिए हैं। विभिन्न मुद्दों पर दोनों पार्टियों के पार्षद शुक्रवार को नगर निगम आयुक्त धर्मवीर सिंह को एक साथ ज्ञापन देते दिखाई दिए। ज्ञापन पर कांग्रेस और जजपा पार्षदों के हस्ताक्षर और स्टैंप भी लगी हुई है। नगर निगम में अभी सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव भी नहीं हुआ है, ऐसे में यदि चुनाव के समय भी दोनों पार्टियों के पार्षदों की ऐसी ही एकजुटता रही और भाजपा के किसी एक भी पार्षद ने क्रॉस वोटिग कर दी, तो दोनों सीटों पर कब्जा करने की सोच रही भाजपा को पटखनी खानी पड़ सकती है।
नगर निगम में इस समय मेयर को मिलाकर 21 निर्वाचित और तीन मनोनीत पार्षद हैं। मत का प्रयोग केवल मेयर और निर्वाचित पार्षद ही कर सकते हैं। निगम में भाजपा के पास पहले नौ पार्षद थे, जिसके बाद एक निर्दलीय पार्षद को भाजपा में शामिल करवा लिया गया था। इसके बाद 10 पार्षद और एक मेयर मिलाकर भाजपा की वोट 11 हो गई थी, जबकि कांग्रेस के सात, एक निर्दलीय और दो जजपा पार्षद हैं। भाजपा के दो-तीन पार्षद भी दबी जुबान में अपने काम ना होने की बात कहकर कई बार नाराजगी जता चुके हैं। आंकड़ों के हिसाब से स्थिति को देखा जाए, तो भाजपा के लिए कोई खास सुखद स्थिति नहीं है। लोगों के मुद्दों पर स्टैंड क्लीयर
जजपा के जिला शहरी प्रधान ओपी सिहाग पहले ही क्लीयर कर चुके हैं कि हम जनता के मुद्दों को उठाते रहेंगे और जनता के लिए संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने पहले भी कहा था कि उपर के स्तर पर सब कुछ ठीक हैं, लेकिन नगर निगम में भाजपा के एक नेता के कारण स्थिति तनावपूर्ण है। इन मुद्दों पर सौंपा एक साथ ज्ञापन
पार्षद सलीम खान, उषा रानी, पंकज, अक्षयदीप चौधरी, संदीप सोही, गौतम प्रसाद, गुरमेल कौर, राजेश कुमार, सुशील गर्ग नरवाना ने छह सूत्री ज्ञापन सौंपा। इसमें पिछली हाऊस की बैठक में पार्षदों की हाजरी ना लगवाकर पूरा एजेंडा पास करने पर रोष जताया। विकास कार्यो को संबंधित जेई/एमई से एस्टीमेट बनाकर कार्य ना करवाने, नगर निगम द्वारा करवाये जा रहे विकास कार्यो के शिलान्यास व उद्घाटन करने के लिए अपनाए गए तरीके, उद्घाटन पट्टिका पार्षद का नाम ना लिखने, किसी भी वार्ड के कार्य के शुरुआत व समापन की संबंधित पार्षद को कोई जानकारी नहीं देने, कुछ वार्डो में सरकार द्वारा नामित कुछ पार्षद लोगों को गुमराह व भ्रम पैदा करने पर नाराजगी जताई गई। पार्षदों ने जल्द नगर निगम की बैठक बुलाने की मांग की है।