़15 साल पहले मरे हुए लोगों के नाम अब भी मतदाता सूचियों में
निकाय चुनाव की घोषणा होने के बाद एक बार फिर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। मोहाली शहर की मतदाता सूचियों में खामियां होने का मामला गरमा रहा है। गांव कुंभड़ा के लोगों ने डीसी को लिखित शिकायत दी है।
जागरण संवाददाता, मोहाली : निकाय चुनाव की घोषणा होने के बाद एक बार फिर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। मोहाली शहर की मतदाता सूचियों में खामियां होने का मामला गरमा रहा है। गांव कुंभड़ा के लोगों ने डीसी को लिखित शिकायत दी है। लोगों का आरोप है कि एक तो विभिन्न वार्डो की वोटों को एक-दूसरे वार्ड में तबदील कर दिया है। जबकि वोटर सूचियों में अभी तक भी 50-60 नाम ऐसे हैं, जो दुनियां में ही नहीं हैं, जिन्हें मरे हुए 10-15 साल हो गए हैं। लोगों ने इस संबंध में उचित कार्रवाई की मांग की है। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों और मुलाजिमों पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि अन्य मुलाजिमों को भी सबक मिल पाए। अत्याचार एवं भ्रष्टाचार विरोधी फ्रंट के प्रधान बलविदर सिंह कुंभड़ा ने बताया कि लंबे समय से विभाग की ओर से बीएलओ लगाकर मतदाता सूचियों में संशोधन का काम किया गया था। लेकिन इस दौरान वार्ड-28 के करीब 150 वोट वार्ड-26 में डाल दी गई हैं। इसी तरह वार्ड-26 की वोट वार्ड-28 में डाली गई हैं। इतना ही नहीं 50-60 नाम मतदाता सूचियों में ऐसे हैं, जिनकी मौत हुए 10-15 साल हो गए हैं। लेकिन उनके नाम अभी तक मतदाता सूची में है। उन्होंने इस संबंध में पूरा रिकार्ड विभाग को दिया है। उन्होंने कहा कि इस काम को करने वाले मुलाजिमों ने ड्यूटी सही ढंग से नहीं की है। वहीं, सरकारी रिकार्ड भी खराब हुआ है। ऐसे में उक्त लोग पर सख्त कार्रवाई की जाए। बता दें कि यह पहला मामला नहीं है, इस तरह के मामले फेज-1, नयागांव और कुराली में भी सामने आ चुके हैं। इतना ही नहीं खरड़ में भी यह मामला उठ चुका है। मुख्य निर्वाचन आयोग अधिकारी के नाम डीसी को दी गई शिकायत में कहा गया है कि वार्ड-28 का पोलिग बूथ गांव से दूर बनाया जाए। वहीं, सूची नंबर-1 वार्ड-28 का पोलिग बूथ गांव के सरकारी स्कूल में बना दिया जाए। लोगों ने उम्मीद जताई है कि इससे लोगों को फायदा होगा। ध्यान रहे कि जीरकपुर, डेराबस्सी, लालडू, नयागांव, खरड़ व कुराली में भी मतदाता सूचियों का मामला गर्मा चुका है।