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हरभजन कौर का हैप्पीनेस मंत्रः जिंदगी को हर पल खुलकर जीने से बढ़ती है खुशियां

90 की उम्र पार फिर भी किचन में कढ़ाही में मिठाई बनाने की स्फूर्ति हर किसी के हैरान कर देती है। खुशमिजाज चेहरे की खुशी सभी के दिल को भाती है।

By Edited By: Published: Thu, 19 Mar 2020 07:11 PM (IST)Updated: Fri, 20 Mar 2020 01:28 PM (IST)
हरभजन कौर का हैप्पीनेस मंत्रः  जिंदगी को हर पल खुलकर जीने से बढ़ती है खुशियां
हरभजन कौर का हैप्पीनेस मंत्रः जिंदगी को हर पल खुलकर जीने से बढ़ती है खुशियां

चंडीगढ़, [डॉ. सुमित सिंह श्योराण] 90 की उम्र पार फिर भी किचन में कढ़ाही में मिठाई बनाने की स्फूर्ति हर किसी के हैरान कर देती है। खुशमिजाज चेहरे की खुशी सभी के दिल को भाती है। जी हां, हम बात कर रहे हैं चंडीगढ़ की सेलिब्रिटी बन चुकी 94 साल की हरभजन कौर की।

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जिंदगी के इस मोड़ पर भी उनमें काम करने का जज्बा लोगों खास तौर से युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। इन्हें सबसे उम्रदराज स्टार्ट्अप का खिताब मिला है। हाई कोर्ट के जजों से लेकर शहर के बड़े अधिकारी और नामी हस्तियां इनके हाथों की बनी बेसन की बर्फी के मुरीद हैं। सिंदगी को जीने का नजरिया इन्हें दूसरे से अलग बनाता है। दैनिक जागरण ने सिटी ब्यूटीफुल की खास एंटरप्रेन्योर हरभजन कौर से उनकी खुशमिजाजी को लेकर विशेष बातचीत की। कौर बताती हैं कि उनके लिए खुश रहने का एक ही मंत्र है।

दूसरों के साथ बांटने में ही खुशी का असली मजा

जिंदगी के हर पल को खुलकर जीओ। खुशियों को दूसरों के साथ बांटने से ही खुशी का असली मजा है। पहले वे सिर्फ परिवार के लिए ही मिठाई बनाती थी लेकिन बाद में उन्हें लगा कि मिठाई की मिठास के माध्यम से दूसरों को भी खुशी दी जाए। खुद को व्यस्त रखने और दूसरों को खुशी देने के लिए बेसन की बर्फी और दूसरी मिठाई बनानी शुरू की थी।

हरभजन कौर की हैप्पीनेस के मंत्र

-समय से कीमती कुछ नहीं, इसकी कद्र करो।

-अंतिम सांस तक हॉबी को जिंदा रखो।

-अच्छी सेहत होगी तभी जीवन में खुशी मिलेगी।

-सादा और पौष्टिक खाना चाहिए।

-बेहतर जिंदगी के लिए भगवान का धन्यवाद करें।

पांच बजे से पहले उठना

हरभजन कौर कहती हैं कि सेहत अच्छी होगी तो जिंदगी में खुशी मिलेगी। इस उम्र में भी हरभजन का रुटीन नहीं बदला है। सुबह पांच बजे से पहले उठकर व्यायाम करना और फिर कुछ देर प्रार्थना कर अपने काम में जुट जाती हैं। अपने रूटीन काम हरभजन कौर खुद करती हैं। हर रोज दो से तीन घंटे मिठाई के आर्डर खुद किचन में तैयार करती हैं। कौर बताती हैं कि उन्हें गार्डनिंग और बच्चों के साथ वक्त बिताना अच्छा लगता है। नानी के काम में मल्लिका और मानव भी सहयोग करते हैं। ऑनलाइन ऑर्डर में परिवार साथ देता है क्योंकि हरभजन कौर पढ़ी नहीं हैं।

आनंद महिंद्रा के ट्वीट ने बनाया रातों रात सेलिब्रिटी

हरभजन कौर आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। जनवरी में महिंद्रा ग्रुप के प्रबंध निदेशक व अध्यक्ष आनंद महिंद्रा के एक ट्वीट ने हरभजन कौर को रातों रात सेलिब्रिटी बना दिया। हरभजन कौर के हाथों की बनी बेसन की बर्फी अब देशभर में मशहूर हो चुकी हैं। उसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने भी ट्वीट कर हरभजन कौर की बर्फी चखने की इच्छा जाहिर कर उनको और पहचान दिला दी।

हरभजन कौर की तीन बेटियां हैं। वह बेटी रवीना सूरी के साथ सेक्टर-36 में रहती हैं। करीब तीन साल पहले हरभजन कौर ने बेटी से कहा कि वह कुछ ऐसा करना चाहती है, जिसे वह पहले नहीं कर सकी। हरभजन कौर को बेसन की बर्फी बनाने में महारत थी, जो उन्होंने पिता स्व.जयराम चावला से सीखी थी।

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