डेराबस्सी में अवैध कालोनियों का मामला फिर गर्माया
डेराबस्सी में वैसे तो कई अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं लेकिन अधिकारियों के नियमों को ताक में रखकर डेराबस्सी के वार्ड-14 में वाल्मीकि श्मशानघाट के साथ लगती 88 बीघा जमीन पर अवैध कॉलोनी काटी जा रही है।
संदीप कुमार, डेराबस्सी
डेराबस्सी में वैसे तो कई अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं, लेकिन अधिकारियों के नियमों को ताक में रखकर डेराबस्सी के वार्ड-14 में वाल्मीकि श्मशानघाट के साथ लगती 88 बीघा जमीन पर अवैध कॉलोनी काटी जा रही है। बताया तो यह जा रहा है कि इस जमीन पर डेराबस्सी के कई मौजूदा पार्षदों व रसूखदार के रिश्तेदारों ने पैसा इनवेस्ट किया है। यह कॉलोनी विवादों में आने के बाद डेराबस्सी कोर्ट ने इस पर कंस्ट्रक्शन नहीं करने के लिए स्टे लगा रखी है। जब स्टे के बाद भी काम नहीं रुका तो एडीसी ने कंस्ट्रक्शन को तुरंत बंद कराने के लिए डेराबस्सी के ईओ को नोटिस जारी किया था। हैरानी की बात है कि कोर्ट से स्टे व एडीसी के नोटिस के बावजूद कॉलोनी पर कंस्ट्रक्शन का काम धड़ल्ले से चल रहा है। मौजूदा समय में इस कॉलोनी में सीवरेज डाली गई है और कुछ जगह पर खुदाई की जा रही है और कई जगह चाहरदीवारी का काम भी चल रहा है। जब मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लेने के लिए फोटो खींचे गए तो मजदूरों ने कंस्ट्रक्शन का काम कुछ समय के लिए बंद कर दिया।
25 अक्टूबर को एडीसी ने ईओ को जारी किया था पत्र
दरअसल डेराबस्सी के वार्ड-14 में वाल्मीकि श्मशानघाट के नजदीक 88 बीघे में कॉलोनी काटी जा रही है, जिसमें कई पार्टनर शामिल हैं। अंबाला रोड पर स्थित रॉयल एस्टेट के मालिक विकास गुप्ता ने कोर्ट में पटीशन डालकर इस कॉलोनी को अवैध बताया था, जिस पर कोर्ट ने स्टे लगाकर कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दी थी, लेकिन उसके बावजूद भी यहां काम जारी रहा। कोर्ट का उल्लंघन होने पर एक शिकायत एडीसी मोहाली को दी गई। शिकायत में इस कॉलोनी को गैरकानूनी बताया था। विकास गुप्ता ने अपनी शिकायत में बताया था कि डेराबस्सी के पार्षद व अधिकारी मिलीभगत के साथ यहां अनाधिकृत कॉलोनी काट रहे हैं। विकास गुप्ता ने यहां अपनी 30 बीघा जमीन की दावेदारी जताई थी। जांच के बाद एडीसी ने एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (ईओ) डेराबस्सी जगजीत सिंह जज को 25 अक्टूबर 2021 को एक नोटिस जारी कर इस जमीन पर कंस्ट्रक्शन का काम तुरंत बंद करवाने के लिए कहा था। एडीसी को दी शिकायत में विकास गुप्ता ने यह भी बताया कि इस जमीन पर खेवट के साथ संबंधित खसरा नंबर का किसी किस्म का कोई नक्शा पास नहीं किया जाए और यहां काम तुरंत बंद करवाने के लिए कहा था। एडीसी ने संज्ञान लेते हुए यह आर्डर जारी किया था। बावजूद इसके इस कॉलोनी में कंस्ट्रक्शन का काम आज भी जारी है।
वहीं, एडीसी कोमल मित्तल से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि यह मामला पीसीएस पूजा ग्रेवाल देख रही हैं।
कोट्स
काम तो बंद है। आज के मौजूदा हालात कैसे हैं ये पता नहीं। अगर काम चल रहा है तो म्यूनिसिपल इंजीनियर (एमई ) को भेजकर चेक करवाता हूं।
जगजीत सिंह जज, कार्यकारी अधिकारी मैं सुबह खुद मौके पर जाकर काम बंद करवाकर आऊंगी। इसकी भी जांच होगी कि रोक के बाद काम क्यों किया जा रहा था।
पूजा ग्रेवाल, पीडीएस।