समाजसेवा का जज्बा ऐसा कि विदेशी भी हो गए कायल
चंडीगढ़ के युवा रोहित कुमार ने समाजसेवा के क्षेत्र में काफी नाम कमाया है। उनके समाजसेवा के जज्बे से न केवल हमारे देश के लोग, बल्कि विदेशी भी कायल हैं।
डॉ. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़ : समाज में कुछ लोग साधारण होते हुए भी अपने कर्मो से असाधारण बन जाते हैं। ऐसे लोग दूसरों को भी अपनी तरह बनने के लिए प्रेरित करते हैं। चंडीगढ़ के रोहित कुमार भी एक ऐसे युवा हैं, जिन्होंने समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य की वजह से देश ही नहीं विदेश में भी सम्मान प्राप्त किया है। रोहित शहर में गरीब बच्चों को शिक्षित करने, जरूरतमंदों के लिए ब्लड का इंतजाम और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों को लेकर बीते कई वषरें से काम कर रहे हैं।
रोहित में अपने आसपास के लोगों को जागरूक करने का जज्बा भी खूब है। कॉलेज स्तर पर सामाजिक योगदान के लिए इन्हें नेशनल अवार्ड के अलावा विदेशों में भी सम्मान मिल चुका है। गवर्नमेंट कॉलेज चंडीगढ़ (जीसी-11)से ग्रेजुएशन करने वाले रोहित कुमार की स्कूल स्तर से ही सामाजिक कायरें के प्रति काफी रूचि रही है। शहर की कालोनी से लेकर सरकारी स्कूलों में रोहित स्वच्छता, पर्यावरण जैसे मुद्दों को लेकर स्टूडेंट्स को जागरूक करते हैं।
रोहित कुमार की उपलब्धियां
-सोशल वर्क में बेहतर योगदान के लिए मिल चुका है नेशनल अवॉर्ड
-2017 में रूस में हुए इंटरनेशनल यूथ फेस्टिवल में किया था भारत का प्रतिनिधित्व
लोगों की मदद करना अच्छा लगता है
रोहित में आम लोगों की मदद के प्रति गजब का जुनून है। शहर से जुड़ा कोई भी अभियान हो, उमसे रोहित का योगदान रहता है। वह अस्पताल में जरूरतमंद मरीजों की मदद के लिए रक्तदान को लेकर लोगों को प्रेरित करते हैं। रोहित अब तक नौ बार रक्तदान कर चुके हैं। उन्होंने इस अभियान में 300 से अधिक युवाओं को जोड़ा है। वह शहर की कॉलोनी और गाव स्थित सरकारी स्कूलों में सालभर स्वच्छता अभियान चलाते हैं।
बदसूरत बस स्टॉपेज को दिया नया रूप
बदसूरत बस स्टॉपेज को रोहित ने खुद ही शानदार रंगों से एकदम नया लुक दिया है। पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने फेसबुक पर रोहित के काम की सार्वजनिक तौर पर प्रशसा की है।
गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए जुटा रहे पैसा
शहर में गरीब बच्चों को शिक्षित करने के लिए रोहित ने गुल्लक-ए-प्रयास अभियान शुरू किया है। मिंट्टी के 10 गुल्लक तैयार कर शहर के विभिन्न सेक्टरों में बाटे गए हैं। गुल्लक में एकत्र होने वाली राशि को गरीब बच्चों की पढ़ाई पर खर्च किया जाएगा। रोहित के अनुसार दिवाली पर घरों में प्रयोग होने वाले दीयों को रीसाइकिल कर उन्हें अगले साल के लिए तैयार किया जा रहा है। ऐसे करीब 30 हजार दीये इक्कठे किए हैं। इन दीयों से मिलने वाली राशि भी गरीब बच्चों को किताबें, ड्रेस और अन्य सामग्री के लिए खर्च की जाएगी।
स्कूल से ही जुड़े सोशल वर्क से
दैनिक जागरण से बातचीत में रोहित ने बताया कि उनका बचपन से ही सोशल वर्क को लेकर रुचि रही है। गवर्नमेंट स्कूल-34 में छठी क्लास में ही इन्होंने भारत स्काउट एंड गाइड को ज्वाइन कर लिया। जिसके बाद कॉलेज स्तर पर एनएसएस वालंटियर के तौर पर ज्वाइन किया। कॉलेज में रहते हुए विभिन्न जागरूकता अभियानों में बेहतर प्रदर्शन के लिए इन्हें 2017 में नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया। इससे पहले 2015 में एनएसएस का स्टेट अवॉर्ड भी हासिल किया। शहर की विभिन्न संस्थानों द्वारा भी रोहित के सोशल वर्क में योगदान के लिए ढेरों अवॉर्ड दिए जा चुके हैं।
10 घटे में स्कूल के ग्राउंड को बना दिया ग्रीन लैंड
रोहित ने बताया कि विदेश में जाकर उन्हें सफाई की अहमियत का पता चला। जिसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में भी बच्चों के साथ मिलकर बच्चे के आसपास को साफ-सुथरा रखने के लिए जागरूकता अभियान चलाया। रोहित ने बुड़ैल (सेक्टर-45) स्थित एक सरकारी स्कूल के बंजर ग्राउंड के करीब 6300 स्क्वेयर फीट जगह को रिकॉर्ड 10 घटे में ग्रीन लैंड बना दिया, जिसके बाद यह रिकार्ड लिम्का बुक में दर्ज हो गया।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री करेंगे सम्मानित, अगले महीने जाएंगे जापान
गवर्नमेंट कॉलेज सेक्टर-11 से ग्रेजुएशन करने वाले रोहित कुमार के काम को शहर ही नहीं, देश और विदेश में भी खूब सम्मान मिला है। एनएसएस के नेशनल अवॉर्ड के अलावा इन्हें आगामी 30 नवंबर को श्रीलंका में एशियन इंस्पीरेशन अवॉर्ड-2018 से श्रीलंका के प्रधानमंत्री सम्मानित करेंगे। रोहित अब देश के ब्राड एंबेसेडर बन चुके हैं। 14 दिसंबर को रोहित को जापान में जाने का निमंत्रण मिला है। रोहित को कॉलेज लेवल के प्रतिष्ठित रोल ऑफ ऑनर और कॉलेज कलर से भी सम्मानित किया जा चुका है। बीते साल 14 से 24 अक्टूबर तक रूस में हुए इंटरनेशनल यूथ फेस्टिवल में भी रोहित ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था। जिसमें दुनिया भर के 135 देशों से 30 हजार युवाओं ने हिस्सा लिया था।