निर्देशक महेश भट्ट बाेले-Kartarpur corridor से मानवता के द्वार खुले
फिल्म निर्देशक महेश भट्ट ने कहा कि उनकी कोशिश हमेशा शांति की रही है। ऐसे इस तरह के कार्य जब होते हैं तो शांति के प्रयासों को और हौसला मिलता है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब में आना मेरे लिए हमेशा खास होता है। इस बार ये ज्यादा खास है। हालांकि मेरी फिल्म की शूटिंग ताे किसी वजह से कैंसिल हो गई मगर करतापुर कॉरिडोर की खबर ने मुझे बहुत खुश किया है। आज के समय में जब इंसान इंसान को काट रहा है तो ऐसी पहल होना शानदार है। ये केवल कॉरिडोर ही नहीं बल्कि मानवता के द्वार खुले हैं।
फिल्म निर्देशक महेश भट्ट ने कुछ इसी अंदाज में करतारपुर कॉरिडोर से जुड़ी अपनी भावनाएं पेश की। वह शहर में एक फिल्म की शूटिंग के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश हमेशा शांति की रही है। ऐसे इस तरह के कार्य जब होते हैं तो शांति के प्रयासों को और हौसला मिलता है। मेरे लिए ये सौभाग्य की बात रही जिस दौरान कॉरिडोर खुला तो उस समय में पंजाब में रहा।
दो देशों के बीच कम होंगी दूरियां
महेश भट्ट ने कहा कि ये जरूरी है कि दोनों देशों के बीच दूरियां मिटे। इससे हम आने वाले समय में दोनों ही देशों में दोस्ती बढ़ती देख सकते हैं। सरकारें अपना काम करती हैं, उन्हें करना चाहिए मगर लोगों को एक-दूसरे से नफरत नहीं करनी चाहिए।
मैंने जब एक मंच पर नवजोत सिंह सिद्धू और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को देखा तो ये दो देशों की दूरी कम होते जैसा लगा। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह वहां पहुंचे, ये भी बेहद अच्छा लगा। उम्मीद है कि बाकी देश भी इससे सबक लेंगे।