Move to Jagran APP

सिटी ब्‍यूटीफुल की तानिया भाटिया भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल

चंडीगढ़ की महिला क्रिकेटर व विकेटकीपर तानिया भाटिया का श्रीलंका दौरे के लिए चयन हुआ है। वह टीम इंडिया के लिए खेल चुकी हैं।

By Edited By: Published: Fri, 24 Aug 2018 05:30 PM (IST)Updated: Sun, 26 Aug 2018 08:54 PM (IST)
सिटी ब्‍यूटीफुल की तानिया भाटिया भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल
सिटी ब्‍यूटीफुल की तानिया भाटिया भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल

जेएनएन, चंडीगढ़ : शहर की महिला क्रिकेटर व विकेटकीपर तानिया भाटिया का श्रीलंका दौरे के लिए चयन हुआ है। इससे पहले भी तानिया भाटिया ब्लू जर्सी के साथ टीम इंडिया के लिए खेल चुकी हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक टी -20 मैच ही खेले हैं। भारत-श्रीलंका के साथ होने वाली इस सीरीज में तानिया टीम टी-20 और वनडे मैच खेलेगी। इस दौरे में भारतीय महिला टीम श्रीलंका के साथ पांच टी-20 और तीन वनडे मैच खेलेगी।

loksabha election banner

तानिया ने साल 2014 से टीम इंडिया के लिए विकेटकीपिंग कर रही सुषमा वर्मा को रिप्लेस किया है। तानिया भाटिया ने बताया कि उन्होंने भारतीय महिला टीम की तरफ से खेलते हुए सिर्फ टी-20 मैच खेले हैं। दिक्कत यह है कि टी-20 मैच में खेलते हुए आपके पास खुद को साबित करने का ज्यादा समय नहीं होता है, विकेटकीपिंग में तो आप अपनी टीम के लिए सहयोग कर सकते हो, लेकिन बल्लेबाजी में आपको कम गेंदों में ज्यादा रन बनाने होते हैं। टी-20 में रन से ज्यादा आपकी बेहतर रन रेट ज्यादा जरूरी है। तानिया ने कहा, वनडे में खेलने का मौका मिला, तो मैं खुद को साबित करूंगी।

ज्यादा क्रिकेट खेलने से आता है आत्मविश्वास

तानिया ने बताया कि आप जितना ज्यादा क्रिकेट खेलते हो, आपमें उतना ही आत्मविश्वास बढ़ता है। मैंने पिछले साल से लेकर अब तक काफी क्रिकेट खेला है। चैलेंजर ट्रॉफी में मेरा प्रदर्शन संतोषजनक रहा। मैंने साउथ अफ्रीका दौरे के साथ टीम इंडिया के लिए खेलना शुरू किया था, उसके आधार अब मुझे श्रीलंका दौरे में जगह मिली है। मेरी कोशिश यही रहेगी कि मैं अपना बेहतर प्रदर्शन करूं, ताकि इसी साल नंवबर महीने में वेस्टइंडीज में होने वाले टी-20 व‌र्ल्ड कप में जाने वाली टीम का हिस्सा बन सकूं।

बतौर विकेटकीपर बड़ी जिम्मेदारी

तानिया ने बताया कि फिलहाल मेरा पूरा ध्यान अपनी विकेट कीपिंग पर है, क्योंकि टीम में मुझे जगह बतौर विकेटकीपर मिली है। ऐसे मैं अगर विकेटकीपिंग करते हुए अगर 30 से 40 एक्सट्रा रन रोक देती हूं और एक दो मुश्किल कैच पकड़ लेती हूं तो टीम के लिए यह सबसे बेहतर योगदान होगा। इसलिए मैं फिलहाल अभी विकेटकीपिंग की ज्यादा प्रेक्टिस कर रही हूं।

सात साल की उम्र में थामा था बल्ला

एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर वूमेन-36 में बीए थर्ड ईयर में पढ़ने वालीं तानिया भाटिया ने 7 सात साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। डीएवी स्कूल-8 में तानिया ने युवराज सिंह के पिता योगराज, सुखविंदर बाबा, आरपी सिंह और जसवंत राय के पास से क्रिकेट के गुर सीखे हैं। तानिया ने कई टूर्नामेंट में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए खुद को साबित किया है।

पापा के जुनून को बेटी ने बनाया अपना मिशन

तानिया भाटिया के पिता संजय भाटिया हरियाणा रणजी टीम के प्लेयर रह चुके हैं। संजय ने बताया कि उन्हें क्रिकेट खेलने का खासा शौक था। वह खुद इंटर कॉलेज, इंटर यूनिवर्सिटी और रणजी टीम में खेल चुके हैं। टीम इंडिया के खेलने का सपना था, जो पूरा नहीं हो सका। इसलिए मेरे क्रिकेट के जुनून को तानिया ने अपना बना लिया। अब वह इंडिया की तरफ से खेल रही हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.