पंजाब में पीपीई किटों का सरप्लस उत्पादन, कैप्टन ने पीएम मोदी को पत्र लिख मांगी निर्यात की इजाजत
पीपीई किट निर्माता अब सरकार से निर्यात की मांग कर रहे हैं। इसे देखते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर पीपीई किटों के निर्यात की इजाजत मांगी है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में पीपीई किटों का उत्पादन इस स्तर तक पहुंच गया है कि अब देश में इन किटों का खरीदार नहीं मिल रहा है। पीपीई किट निर्माता अब सरकार से निर्यात की मांग कर रहे हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर पीपीई किटों के निर्यात की इजाजत मांगी है।
पंजाब में 128 कंपनियां पर्सनल प्रोटेक्टिव उपकरण (पीपीई) किट बना रही हैं। इन कंपनियों के पास प्रतिदिन 5,21,050 पीपीई कवर बनाने की क्षमता है। इसे और बढ़ाया जा सकता है, लेकिन सरकार के पास भी पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट का स्टॉक होने के कारण वह भी खरीद नहीं कर रही है। इनमें से 18 ही ऐसी कंपनियां हैं, जिनके पास केंद्र सरकार का ऑर्डर है। इसे देखते हुए बाकी की कंपनियों ने पंजाब सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है कि उन्हें निर्यात करने की इजाजत दी जाए।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कैप्टन ने कहा है, 'आपके नेतृत्व में सरकार ने हाल ही में आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू किया है। यह कदम इसे गति प्रदान करेगा।' पंजाब के उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर राज्य के पीपीई किट निर्माताओं को ऑर्डर देने का निवेदन किया था। विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव विनी महाजन का कहना है कि पीपीई किट के निर्यात की संभावना काफी हद तक है। किट निर्यात की अनुमति न केवल राज्य के उद्योग को पुनर्जीवित करने में मदद करेगी, बल्कि कोविड-19 की लड़ाई में भी आवश्यक भूमिका अदा करेगी।
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