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सुखबीर व हरसिमरत का पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 से पहले नया दांव, SAD की सरकार बनी तो हिंदू उपमुख्यमंत्री भी

पंजाब के पूर्व उपमुख्‍यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के अध्‍यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने 2022 में होनेवाले चुनाव के लिए नया दांव खेला है। उन्‍होंने कहा कि यदि चुनाव के बाद शिअद की सरकार बनी तो दलित वर्ग से डिप्‍टी सीएम के साथ हिंदू उपमुख्‍यमंत्री भी बनाया जाएगा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 16 Jul 2021 10:28 AM (IST)Updated: Fri, 16 Jul 2021 10:28 AM (IST)
सुखबीर व हरसिमरत का पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 से पहले नया दांव, SAD की सरकार बनी तो हिंदू उपमुख्यमंत्री भी
पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और शिअद अध्‍यक्ष सुखबीर सिंह बादल की फाइल फोटो।

चंडीगढ़, राज्‍य ब्‍यूरो। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने 2022 में हाेने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections 2022) को लेकर नया सियासी दांव खेला है। उन्‍होंने कहा कि पंजाब में शिअद-बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर एक नहीं बल्कि दो उप मुख्यमंत्री होंगे। एक डिप्‍टी सीएम सवर्ण हिंदू वर्ग से और दूसरा दलित वर्ग से होगा। इससे पहले उन्होंने केवल एक दलित उप मुख्यमंत्री बनाने का एलान किया था। सुखबीर की पत्‍नी और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी ऐसी ही बात कही है।

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सुखबीर बादल ने कहा कि शिअद-बसपा गठबंधन की सरकार ही सही मायने में पंजाबी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करेगी। यह सरकार पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के आदर्शों एकता, शांति तथा साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक होगी। सुखबीर ने कहा कि हम जानते हैं कि कुछ बाहरी ताकतें पंजाब की शांति को भंग करना चाहती हैं। परंतु, हम पंजाबियों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि शिअद-बसपा की सरकार प्रकाश सिंह बादल की नीतियों पर चलते हुए सभी धर्मों का सम्मान बरकरार रखेगी। उन्होंने कहा, हम सभी समुदायों को साथ रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसी कारण पार्टी ने सरकार बनने पर एक हिंदू सवर्ण और एक दलित उपमुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है।

वहीं संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी सार्वजनिक व्हिप के बारे में सुखबीर ने कहा कि सारा देश जानता है कि तीनों कानूनों के खिलाफ शिरोमणि अकाली दल ने ही मतदान किया था। तब भी किसान संगठनों ने राजनीतिक दलों से सार्वजनिक अपील की थी कि वह संसदीय कार्यवाही का बहिष्कार न कर कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ मतदान करें।

इस दौरान पार्टी के कोर कमेटी सदस्य बलविंदर सिंह भूंदड़, एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जागीर कौर, जत्थेदार तोता सिंह, चरनजीत सिंह अटवाल, निर्मल सिंह काहलों, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, डा. दलजीत सिंह चीमा, बिक्रम सिंह मजीठिया तथा मनजिंदर सिंह सिरसा सहित कई नेता मौजूद थे।

दूसरी ओर, पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी कहा कि पंजाब में अगले विधानसभा चुनाव के बाद शिअद और बसपा गठबंधन की सरकार बनेगी। इसमें दो उपमुख्‍यमंत्री हाेंगे। हमने पहले दलित वर्ग से उपमुख्‍यमंत्री बनाने का ऐलान किया था। अब हिंदू उपमुख्‍यमंत्री भी बनाएंगे।

इसके साथ ही किसान आंदोलन के मुद्दे पर हरसिमरत कौर बादल ने किसान संगठनों से तुरंत बातचीत करने की जरूरत बताई। उन्‍होंने कहा कि शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल सरकार द्वारा किसान संगठनों के साथ बातचीत करने को लेकर संसद के मानसून सत्र में ध्‍यानाकर्षण प्रस्‍ताव पेश करेंगे।


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