सेक्टर-9 में कोठी पर नहीं मिले सुखबीर बादल, जमानती वारंट जारी
सुखबीर सिंह बादल पर जिला अदालत चंडीगढ़ में मानहानि का केस चल रहा है।
राजन सैनी, चंडीगढ़ : पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर जिला अदालत चंडीगढ़ में मानहानि का केस चल रहा है। शिकायतकर्ता के वकील पीआइपी सिंह ने बताया कि करीब 10 महीने से पेश नहीं हो रहे सुखबीर बादल के खिलाफ बीती 17 नवंबर को जिला अदालत ने जमानती वारंट जारी किए थे। कोर्ट ने सुखबीर के चंडीगढ़ सेक्टर-9 स्थित कोठी नंबर-256 पर समन भेजे थे, वहां पर सुखबीर मिले ही नहीं, इस वजह से वह समन सुखबीर को नहीं मिल सके। वहीं, इससे पहले भी जब कोर्ट की ओर से जारी किए समन सुखबीर के उक्त पते भेजे गए तो वहां पर कंस्ट्रक्शन वर्क चल रहा था और सुखबीर वहां मौजूद नहीं थे। मामले की अगली सुनवाई अब नौ दिसंबर को होगी। पंजाब और चंडीगढ़ में रजिस्टर्ड अखंड कीर्तनी जत्थे के एक सदस्य राजिद्रपाल की शिकायत पर यह केस जिला अदालत में चल रहा है। आरोप है कि सुखबीर ने जत्थे और उसके प्रवक्ता को आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा का राजनीतिक चेहरा बताया था। इसी वर्ष की शुरुआत में अदालत ने इस केस का ट्रायल शुरू किया था। आरोप : केजरीवाल के ब्रेकफास्ट करने के बाद जत्थे को बोला था आतंकवादी चेहरा
राजिद्रपाल ने अपने केस में आरोप लगाए हैं कि चार जनवरी, 2017 को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल उनके घर सुबह के समय उनसे मिलने आए थे। उनके बीच में सामान्य बातचीत हुई। यह बात कईं समाचार पत्रों में छपी। इसके बाद एक समाचार पत्र को साक्षात्कार देते हुए सुखबीर बादल ने कहा कि केजरीवाल पंजाब से चुनाव लड़ना चाहते हैं। लेकिन उन्हें पंजाब की प्रकृति, परंपरा और पंथ के बारे में कुछ नहीं पता। भगवान न करे अगर पंजाब में आप पार्टी की सरकार आती है तो आप पार्टी यहां अराजकता फैला देगी। आप पार्टी आंदोलन में विश्वास करती है शासन में नहीं। केजरीवाल पंजाब में आए और उग्र लोगों से मेज-जोल बढ़ा रहे है। आगे बोलते हुए कहा कि कुछ दिन पहले केजरीवाल ने पंजाब में अखण्ड कीर्तनी जत्थे के साथ ब्रेकफास्ट किया। बब्बर खालसा जो वैश्विक स्तर पर एक आतंकवादी संगठन है, अखण्ड कीर्तनी जत्था उसका राजनीतिक चेहरा है। इसके साथ ही कहा था कि सरबत खालसा जिसे खालिस्तान घोषित कर दिया गया है, उसके जत्थेदारों के साथ डिनर किया है। अब राजिद्र ने शिकायत में बताया कि सुखबीर बादल ने जान-बूझकर ऐसा किया है। बताया कि इससे उनकी काफी इमेज खराब हुई है। उनका किसी भी बब्बर खालसा संगठन से कोई लेना-देना नहीं है।