जानिए - सुखबीर बादल के खिलाफ क्यों जारी हुआ वारंट, केजरीवाल से जुड़ा है मामला
अखंड कीर्तनी जत्थे के एक सदस्य राजिंद्रपाल की शिकायत पर सुखबीर बादल के खिलाफ यह केस दर्ज हुआ है। यह मामला दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अखंड कीर्तनी जत्थे के साथ मुलाकात से जुड़ा है। मामले की अगली सुनवाई अब 27 नवंबर को होगी।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ मानहानि मामले में जिला अदालत ने जमानती वारंट जारी किया है। सुखबीर बादल के खिलाफ यह केस पंजाब और चंडीगढ़ में रजिस्टर्ड अखंड कीर्तनी जत्थे के एक सदस्य राजिंद्रपाल की शिकायत पर दर्ज हुआ था। यह मामला आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जुड़ा है।
शिकायतकर्ता राजिंद्रपाल ने अपने केस में आरोप लगाए हैं कि चार जनवरी, 2017 को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उनके घर सुबह के समय उनसे मिलने आए थे। उनके बीच में सामान्य बातचीत हुई। यह बात कईं समाचार पत्रों में छपी। इसके बाद एक समाचार पत्र को साक्षात्कार देते हुए सुखबीर बादल ने कहा कि केजरीवाल पंजाब से चुनाव लड़ना चाहते हैंं, लेकिन उन्हें पंजाब की प्रकृति, परंपरा और पंथ के बारे में कुछ नहीं पता। भगवान न करे अगर पंजाब में आप पार्टी की सरकार आती है तो आप पार्टी यहां अराजकता फैला देगी।
उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी आंदोलन में विश्वास करती है शासन में नहीं। केजरीवाल पंजाब में आए और उग्र लोगों से मेजजोल बढ़ा रहे हैंं। कहा कि कुछ दिन पहले केजरीवाल ने पंजाब में अखंड कीर्तनी जत्थे के साथ ब्रेकफास्ट किया। बब्बर खालसा जो वैश्विक स्तर पर एक आतंकवादी संगठन है, अखंड कीर्तनी जत्था उसका राजनीतिक चेहरा है। इसके साथ ही कहा था कि सरबत खालसा जिसे खालिस्तान घोषित कर दिया गया है उसके जत्थेदारों के साथ डिनर किया है। राजिंद्र ने शिकायत में बताया कि सुखबीर बादल ने जान-बूूझकर ऐसा किया है और इससे उनकी काफी इमेज खराब हुई है। उनका किसी भी बब्बर खालसा संगठन से कोई लेना देना नहीं है। मामले की अगली सुनवाई अब 27 नवंबर को होगी।
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