चंडीगढ़ में सुख फाउंडेशन ने लगाया रक्तदान और अंगदान शिविर, 70 लोगों ने डोनेट किया ब्लड
सेक्टर-22 स्थित सामुदायिक केंद्र में सुख फाउंडेशन की ओर से रक्तदान और अंगदान को लेकर शिविर लगाया गया। पर्याप्त रक्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के अपने प्रयास में सुख (सोसायटी यूनाइटेड फॉर किंडलिंग हेल्थ) फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है। शिविर में 70 लोगों ने रक्तदान किया।
चंडीगढ़, जेएनएन। सेक्टर-22 स्थित सामुदायिक केंद्र में सुख फाउंडेशन की ओर से रक्तदान और अंगदान को लेकर शिविर लगाया गया। पर्याप्त रक्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के अपने प्रयास में सुख (सोसायटी यूनाइटेड फॉर किंडलिंग हेल्थ) फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है। इस शिविर का उद्घाटन पीजीआइ चंडीगढ़ के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विपिन कौशल और यूरोलॉजी विभाग के प्राेफेसर संतोष कुमार, रोटो पीजीआइ के संयुक्त निदेशक डॉ प्रणय महाजन ने किया।
प्रो. संतोष कुमार ने शिविर में रक्तदान कर और अंग दान करने की प्रतिज्ञा लेकर दूसरों को प्रेरित व प्रोत्साहित किया। शिविर को ब्लड बैंक पीजीआइ के समर्थन से चलाया गया। शिविर में 70 लोगों ने रक्तदान किया और 40 ने अंगदान करने की फार्म भरे। इस कार्यक्रम को गीता कैलाश मेमोरियल फाउंडेशन का भी समर्थन मिला, जो ट्राइसिटी में मुफ्त दवाएं वितरित करता है।
फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक अमित दीवान ने कहा कि सुख फाउंडेशन पीजीआइ ब्लड बैंक में आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नियमित रूप से ऐसे रक्तदान शिविर आयोजित किए जाते हैं। उन्होंने सुख फाउंडेशन के तरणबीर लल्ली, तपन दीवान, हिमांशु बर्थवाल, उपिंदर सिंह, ध्रुव गुप्ता, सौरभ सूद सहित संगठन के सदस्यों को विशेष रूप से धन्यवाद दिया। कैंप को ऑस्ट्रेलिया के गुरिंदर गाबा एंड फैमिली द्वारा प्रायोजित किया गया था।
सुख (सोसायटी यूनाइटेड फॉर किंडलिंग हेल्थ) फाउंडेशन क्षेत्र के नागरिकों का एक समूह है जो समाज के प्रति निस्वार्थ सेवा के लिए समर्पित है। फाउंडेशन की गतिविधियां जरूरतमंदों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने और एक स्वस्थ समाज बनाने पर केंद्रित हैं। फाउंडेशन पीजीआइ जैसे प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जरूरतमंदों को हर समय आवश्यक चिकित्सा देखभाल मिल सके। कोविड लॉकडाउन के दौरान भी इस फाउंडेशन ने पीजीआइ ब्लड बैंक के सहयोग से चंडीगढ़ में पांचवां रक्तदान शिविर आयोजित किया, जिसमें 500 से अधिक रक्त इकाइयों और 350 अंग दाताओं ने भाग लिया और वंचितों को लंगर सेवा भी प्रदान की।