चंडीगढ़ में बिजली कर्मियों की मांगों को लेकर हड़ताल कल, कट लगे तो इस नंबर पर करें फोन
चंडीगढ़ में पावरमैन यूनियन ने तीन फरवरी को हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। हड़ताल को देखते हुए प्रशासन ने जरूरी इंतजाम किए हैं। प्रशासन ने कर्मचारियों की इस हड़ताल को अनुशासनहीनता बताते हुए नो वर्क नो पे का नियम अपनाने के आदेश दिए हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। यूटी पावरमैन यूनियन ने तीन फरवरी को हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। यूटी प्रशासन ने कर्मचारियों की इस हड़ताल को अनुशासनहीनता बताते हुए नो वर्क नो पे का नियम अपनाने के आदेश दिए हैं। प्रशासन ने तर्क दिया है कि वह इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज की जायज मांगों के लिए सद्भावना दिखाते रहे हैं। इसलिए इंप्लाइज को सलाह दी जाती है कि वह ड्यूटी पर रहें हड़ताल का हिस्सा न बनें। आदेश नहीं मानने वाले कर्मचारियों पर अनुशासनहीनता के लिए कार्रवाई की जाएगी।
हड़ताल को देखते हुए प्रशासन ने जरूरी इंतजाम किए हैं। फिर भी इस दिन कहीं पावर सप्लाई में दिक्कत आने से बिजली कट लग सकता है। आम लोग किसी भी शिकायत के लिए कंप्लेंट सेंटर पर फोन कर सकते हैं। आम जन से प्रशासन ने अपील की कि वह भी इलेक्ट्रिसिटी लाइन पर चेक रखें। अगर कोई इनसे छेड़छाड़ करता दिखे तो तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम या अन्य हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दे सकते हैं। सेक्टर-17 कंट्रोल रूम 0172-2703242, सेक्टर-9 कंट्रोल रूम 0172-2742370, 8054014517, सिटीजन फेसिलिटेशन सेंटर 0172-4639999 पर संपर्क कर सकते हैं।
निजीकरण का कर रहे विरोध
यूटी प्रशासन इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट का निजीकरण कर रहा है। कर्मचारी इस निजीकरण का विरोध कर रहे हैं। टाटा, जीएमआर, अदाणी जैसी 17 कंपनियों ने इस टेंडर में दिलचस्पी दिखाई है। प्रशासन फास्टट्रैक मोड से इसे प्राइवेट करने की प्रक्रिया पूरी कर रहा है। कर्मचारी प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ हैं। उनका कहना है कि यूटी इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट मुनाफे में रहा है।
बावजूद इसके निजीकरण किया जा रहा है। यह बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचाने की साजिश है। यूटी पावरमैन यूनियन के जनरल सेक्रेटरी गोपाल दत्त जोशी ने कहा कि वह प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ हड़ताल करेंगे। वह किसी कार्रवाई से नहीं डरते।
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