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GMCH-32 में स्पेशल पैनल की निगरानी में होगा सोनू शाह का पोस्टमार्टम, परिजन भी रहेंगे मौजूद

सोनू शाह के संबंध कई बड़े राजनेता और बिजनसमैन से थे। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में टिकट मिलने के बाद बीजेपी प्रत्याशी किरण खेर को सोनू शाह ने काला झंड़ा दिखाकर विरोध किया था।

By Vikas KumarEdited By: Published: Sun, 29 Sep 2019 12:35 PM (IST)Updated: Sun, 29 Sep 2019 12:35 PM (IST)
GMCH-32 में स्पेशल पैनल की निगरानी में होगा सोनू शाह का पोस्टमार्टम, परिजन भी रहेंगे मौजूद
GMCH-32 में स्पेशल पैनल की निगरानी में होगा सोनू शाह का पोस्टमार्टम, परिजन भी रहेंगे मौजूद

चंडीगढ़, जेएनएन।  बुड़ैल स्थित अॉफिस में दो साथियों के साथ बैठे आपराधिक वारदातों में आरोपित सोनू शाह की 15 गोलियां मारकर चार आरोपितों ने हत्या कर दी गई। रविवार को जीएमसीएच-32 में डाक्टरों के स्पेशल पैनल का गठन पोस्टमार्टम करने के लिए किया गया। पुलिस सुरक्षा के बीच परिजन और लोगों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम के बाद बॉडी परिजनोंं को सौंपी दी जाएगी। सोनू शाह के पिता जीतराम का कहना है कि हत्यारों की गिरफ्तारी नही होने पर आसपास के लोगों के साथ मिलकर प्रदर्शन करेगे। दूसरी ओर यूटी पुलिस दूसरे राज्यों की पुलिस से मिलकर छापामारी करने में लगी है। हालांकि, सीसीटीवी कैमरे में आरोपितों की तस्वीर कैद होने के बावजूद पुलिस के साथ सुराग नही लग पाया है।

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गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई ने ली जिम्मेदारी, आईडी की जांच जारी

बुड़ैल में गैंगवार के बाद लॉरैंस विश्नोई की आईडी से सोनू शाह के हत्या की जिम्मेदारी ली गई। सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा कि राम राम सन भाई को आज जो सोनू शाह का मर्डर किया उसकी जिम्मेदारी मै लेता हूं। सोनू गरीब को तंग करता था, गरीब से हफ्ता लेता था और मेरी एंटी पार्टी को सपोर्ट  करता था। हमारे हर काम में टांग घुसाता था। चंडीगढ़ में आज उसके मरने से बहुत गरीब लोग जिसको तंग करता था उन्हें आराम मिल गया। मेरा भाई काला राणा और राजू बसोदी ने मेरे एक बार बोलने पर इसको मारा। बाकी जिसके दिल में वहम हो उसे जल्दी निकाल दूंगा। अब इसके बाद डिस्को और क्लब वालों का नंबर है। जल्द ही अपने गनमैन की व्यवस्था कर लो। जिस-जिस मैने कॉल की है वह मान ले। मेरा फोन नंबर राजू भाई के पास चल रहा है। जिस को कोई परेशानी है मेरे 2929 वाट्सअप नंबर पर कॉल कर ले। जै बालकारी। सलाम शहीदों को

कौन था सोनू शाह?

चंडीगढ़ के बुड़ैल में सोनू शाह अपने पूरे परिवार के साथ रहता था। उसके दो छोटे भाई भी उसके साथ काम करते थे। सोनू शाह ने साल 2001 में सेक्टर-46 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज से बीए फस्ट ईयर में एडमिशन लिया था। लेकिन वह पहले साल ही फेल हो गया था। सोनू शाह के खिलाफ ट्राईसिटी में कई अापराधिक मामलों में जेल भी जा चुका हैं। पिछले काफी समय से सोनू शाह के संबंध कई बड़े राजनेता और बिजनसमैन से थे। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में टिकट मिलने के बाद बीजेपी प्रत्याशी किरण खेर को सोनू शाह ने काला झंड़ा दिखाकर विरोध किया था। सूत्रों की माने तो बीजेपी के एक नेता का सोनू शाह खास था। सोनू शाह के अधिकारिक तौर पर केबल, डिस्को-क्लब में बाउंसर प्रोवाइड करवाना, गाड़ियां सेल पर्चेज सहित अन्य कई काम थे।

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