मोहाली में अब पानी के दाम एक समान, ज्यादा वसूले गए बिलों के पैसे वापस लेने को चलेगा हस्ताक्षर अभियान
मोहाली निगम ने नए सेक्टरों में वाटर सप्लाई को गमाडा से अपने अधीन ले लिया है। इससे अब पूरे शहर में पानी के दाम एक समान हो गए हैं। वहीं अब लोग गमाडा द्वारा वसूले गए महंगे पानी के दामों के पैसे वापस लेने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे।
मोहाली, जेएनएन। मोहाली नगर निगम द्वारा ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) के अधीन आने वाले सेक्टरों की वाटर सप्लाई स्कीम को अपने अधीन ले लिया है। अब सेक्टरों में रहने वाले लोगों को सस्ते दरों पर पानी मिलेगा। वहीं, केस दायर करने वाले पूर्व पार्षदों के वकील विद्या सागर ने कहा कि गमाडा द्वारा साढ़े तीन साल में वसूले गए अधिक पानी के बिलों के पैसे वापस लेने के लिए उच्च अदालत जाएंगे। इसके लिए अनुमति भी मिल गई है।
निगम चुनाव को लेकर राजनीति तेज हो गई है। अब पूर्व अकाली पार्षदों की ओर से गमाड से ज्यादा वसूले गए पानी के बिलों का पैसा वापस लेने के लिए क्षेत्रों में हस्ताक्षर मुहिम चलाई जाएगी। सभी लोगों को हस्ताक्षर करवाकर पंजाब के राज्यपाल को सौंपा जाएगा।उधर, अब शहर के अन्य सेक्टरों की तरह मोहाली के नए सेक्टरों में पानी के दाम 1.80 प्रति हजार लीटर हो गए हैं। पूर्व पार्षद बॉबी कंबोज ने कहा कि यह आम लोगों की जीत है। अदालत में सब कुछ साफ हो गया है।
सुरिंदर सिंह रोडा, रजनी गायेल, परमिंदर तसिंबली, जसबीर कौर अतली, हरसंगत सिंह, हरमनजोत सिंह कुंभड़ा, राजिंदर कौर कुंभड़ा और सतबीर सिंह धनोआ ने कहा कि पहले मोहाली में पानी के एक ही दाम थे। जब सत्ता में कांग्रेस की सरकार आई थी तब गमाडा के अधीन आने वाले क्षेत्र में दाम बढ़ा दिए गए। इससे शहर में पानी के दो दाम हो गए थे। नगर निगम के अधीन आने वाले क्षेत्र में प्रति हजार लीटर 1.80 रुपये, जबकि गमाडा के अधीन क्षेत्र में 9.80 रुपये थे। यह दाम उन लोगों को भी चुकाने पड़े रहे थे, जिनका क्षेत्र निगम के अधीन था, लेकिन पानी की योजना गमाडा के पास थी। अकाली व भाजपा के पूर्व पार्षदों ने इसके खिलाफ जंग शुरू की। इस संबंधी हाउस की बैठक में प्रस्ताव भी पास किया गया था। दाम कम होने से सेक्टर 66 से 69 व 76 से 80 के निवासियों को फायदा होगा।