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शुभमन को मिली टीम इंडिया में जगह, पिता बोले : अभी नहीं तो कभी नहीं

दोहरा शतक जड़ने वाले शुभमन गिल जल्द अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले हैं। दरअसल कॉफी विद करण शो में विवादित बयान के चलते राहुल और पांड्या को टीम से बाहर कर दिया गया है।

By Edited By: Published: Mon, 14 Jan 2019 07:03 AM (IST)Updated: Mon, 14 Jan 2019 11:20 AM (IST)
शुभमन को मिली टीम इंडिया में जगह, पिता बोले : अभी नहीं तो कभी नहीं
शुभमन को मिली टीम इंडिया में जगह, पिता बोले : अभी नहीं तो कभी नहीं

चंडीगढ़, [विकास शर्मा]: हाल ही में रणजी मैच में तमिलनाडू के खिलाफ दोहरा शतक जड़ने वाले शुभमन गिल जल्द अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले हैं। दरअसल कॉफी विद करण शो में विवादित बयान के चलते केएल राहुल और हार्दिक पांड्या को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया है। इनकी जगह विजय शंकर और शुभमन गिल को शामिल किया गया था। ये दोनों खिलाड़ी अब ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दौरे में टीम इंडिया का हिस्सा बनेंगे। शुभमन गिल के इस चयन से परिवार में खुशी का माहौल है। शुभमन गिल के पिता लख¨वदर ¨सह ने बताया कि यह लोहड़ी हमारे लिए खुशिया लेकर आई है। शुभमन गिल अब पूरी तरह से इंटरनेशनल मैच खेलने के लिए तैयार हैं, उन्हें खुद को साबित करने के लिए सिर्फ एक मौके की तलाश थी, ऐसे में अपना बेस्ट देना होगा, ताकि वे भारतीय क्रिकेट में अपनी जगह सुनिश्चित कर सकें। गौरतलब है कि टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 15 और 18 जनवरी को दो वनडे मैच और 23 जनवरी से न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज खेलेगी। अंडर-19 व‌र्ल्ड कप में रहा था गिल का शानदार प्रदर्शन अंडर-19 व‌र्ल्ड कप विजेता टीम में शुभमन गिल का शानदार प्रदर्शन रहा। 30 जनवरी 2018 को सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ शुभमन के नाबाद 102 रनों ने टीम को फाइनल में पहुंचाया और व‌र्ल्ड कप जिताया। इसी पारी की बदौलत शुभमन गिल इस टूर्नामेंट में मैन ऑफ द सीरीज चुने गए थे। उन्होंने विश्व कप में पांच मैचों में 124 की औसत से 372 रन बनाए थे, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 112.38 रहा था, उन्हें उनकी शानदार औसत के लिए यूथ क्रिकेट में जूनियर डॉन ब्रेडमैन कहा जाता है। इस साल शुभमन गिल ने रणजी में दस पारियों में 98.75 के औसत से 790 रन बनाए हैं। यही वजह है कि चयन समिति ने उन पर भरोसा किया। शुभमन गिल को जो आउट करता था, उसे मिलते थे 100 रुपये शुभमन गिल की बल्लेबाजी निखारने में उनके पिता का अहम योगदान रहा। लख¨वदर ¨सह ने बताया कि वे मूल रूप से पंजाब के फाजिल्का जिले में चक खेरेवाला गांव के रहने वाले हैं। शुभमन गिल का जन्म भी वहीं हुआ था। मैंने बचपन से ही शुभमन को क्रिकेटर बनाने की ठान ली थी।

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 शुभमन बतौर बल्लेबाज ज्यादा से ज्यादा प्रेक्टिस कर सकें, इसके लिए मैंने खास तौर पर रणनीति बनाई थी। मैं खुद पास खड़े होकर सबको चुनौती देता था कि जो भी शुभमन गिल को आउट करेगा, उसे वे 100 रुपये इनाम देंगे। इस तरह शुभमन गिल लगातार घंटों बल्लेबाजी करते। दूसरे खिलाड़ी भी शुभमन गिल को आउट करने के लिए मेहनत करते थे। शुभमन रोजाना 5 से 6 घंटे क्रीज पर टिक कर बड़े आराम से बल्लेबाजी करता था। बेटे को बल्लेबाज बनाने के लिए छोड़ दिया गांव लख¨वदर ने बताया कि बेटे को क्रिकेटर बनाने का जुनून उनके सिर पर इस कदर सवार था कि वे गांव में अपनी खेतीबाड़ी छोड़कर मोहाली में किराये के मकान में आकर बस गए। शुभमन ने काफी समय तक स्कूल की एक क्रिकेट एकेडमी में को¨चग ली, उसके बाद शुभमन का दाखिला मैंने पीसीए मोहाली क्रिकेट एकेडमी में करवा दिया। जहां शुभमन ने काफी कुछ सीखा। शुभमन की क्रिकेट में ऐसी लगन लगी कि वह रोज सुबह 3.30 बजे उठते थे और 4 बजे एकेडमी में पहुंच जाते थे। दिनभर प्रेक्टिस करने के बाद शाम को घर लौटते थे। क्रिकेट में उनकी समझ बढ़े, इसके लिए शाम को सीनियर प्लेयर्स के सेशन को देखते थे। इसी तरह सालों की मेहनत के बाद आज शुभमन गिल को अपनी मंजिल मिली है।


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