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सात महीने बाद शुरू हुआ पीयू में ब्यूटीफिकेशन का काम, कैंपस में 100 से ज्यादा लगाई जा रही नई क्यारियां

कोरोना वायरस के बाद लगे लाकडाउन में सभी काम ठप पड़े थे। वहीं अनलाक-5 के दौरान काफी कुछ खोल दिया गया है। इस बात को ध्यान में रखते हुए पंजाब यूनिवर्सिटी में सात महीने बाद ब्यूटीफिकेशन का काम शुरू हुआ।

By Vipin KumarEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 02:33 PM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 02:33 PM (IST)
सात महीने बाद शुरू हुआ पीयू में ब्यूटीफिकेशन का काम, कैंपस में 100 से ज्यादा लगाई जा रही नई क्यारियां
पहले चरण में आर्ट्स ब्लाक एक के पास बनी सड़क को कवर किया जाएगा।

चंडीगढ़ [वैभव शर्मा]। कोरोना वायरस के बाद लगे लाकडाउन में सभी काम ठप पड़े थे। वहीं अनलाक-5 के दौरान काफी कुछ खोल दिया गया है। इस बात को ध्यान में रखते हुए पंजाब यूनिवर्सिटी में सात महीने बाद ब्यूटीफिकेशन का काम शुरू हुआ। पीयू के हार्टिकल्चर विभाग द्वारा लंबित पड़े कार्यों को दोबारा शुरू कर दिया गया है। हालांकि लाकडाउन के दौरान भी हार्टिकल्चर विभाग के कर्मचारी कैंपस में बने रोज गार्डन से लेकर ग्रीन बेल्ट तक का ख्याल रखते थे। लेकिन स्टाफ के कम होने की वजह से काफी कार्य शुरू नहीं कर पाए। पंजाब यूनिवर्सिटी अपनी हरियाली के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। फिर भी पीयू को और सुंदर बनाने के लिए हार्टिकल्चर विभाग द्वारा उसके ब्यूटीफिकेशन का काम किया जा रहा है।

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पहले चरण में गांधी भवन से स्टूडेंट सेंटर तक बनेगी क्यारियां

ब्यूटीफिकेशन के पहले चरण में आर्ट्स ब्लाक एक के पास बनी सड़क को कवर किया जाएगा। इस सड़क में इंग्लिश ऑडिटोरियम से लेकर गांधी भवन और स्टूडेंट सेंटर तक की एरिया में नई क्यारियां लगाई जा रही है। उसके बाद हास्टल नंबर 4 से लेकर स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट तक का एरिया कवर किया जाएगा। पहले चरण के काम में ही 100 नई क्यारियां तैयार हो चुकी हैं। जिसमें आने वाले समय में सर्दियों के पौधे लगाएं जाएंगे। इसके अलावा क्यारियों की देखरेख के लिए हार्टिकल्चर विभाग के कर्मचारी ड्यूटी देंगे। वही हार्टिकल्चर विभाग द्वारा इन क्यारियों को नुकसान पहुंचाने वाले पर जुर्माने का प्रावधान भी किया है।

200 नए ड्रेनेज सिस्टम बनाए गए

बरसाती सीजन में जहां एक और शहर का बुरा हाल होता है, वहीं पंजाब यूनिवर्सिटी की सड़कों पर भी पानी लबालब भर जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए हार्टिकल्चर विभाग द्वारा पूरे कैंपस में 200 से ज्यादा नई ड्रेनेज सिस्टम बनाए गए हैं। ड्रेनेज सिस्टम बनाने के बाद पीयू में बरसाती पानी खड़ा नहीं होगा।

पांच लाख रुपये से किया जा रहा ब्यूटीफिकेशन

पीयू की ब्यूटीफिकेशन के लिए पांच लाख रुपए खर्च किए जा रहे है। इस राशि में ब्यूटीफिकेशन के अलावा नए ड्रेनेज सिस्टम से लेकर दूसरे कार्य भी शामिल है। आने वाले दिनों में पंजाब यूनिवर्सिटी की खूबसूरती और ज्यादा बढ़ेगी।


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