कला की दूसरी दुनिया
शहर के आसपास जीवन के इर्द-गिर्द।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर के आसपास, जीवन के इर्द-गिर्द। जहां से जो मिला, उसे कला का रूप दिया। ऐसे में इसी दुनिया से कला की दूसरी दुनिया दिखाते कलाकार। जिन्हें चंडीगढ़ ललित कला अकादमी ने शुक्रवार को वार्षिक प्रदर्शनी में सम्मानित किया गया। पंजाब कला भवन-16 में शुरू हुई इस प्रदर्शनी में होम सेक्रेटरी अरुण कुमार गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। प्रदर्शनी में तीन कलाकारों को प्रोफेशनल कैटेगरी और पांच कलाकारों को स्टूडेंट कैटेगरी में सम्मानित किया गया। इसमें प्रोफेशनल कैटेगरी में कलाकारों को 50 हजार रुपये और स्टूडेंट कैटेगरी में 25 हजार रुपये की इनामी राशि दी गई। मां-बाप को दिखाया खंडित मूर्ति के रूप में..
प्रोफेशनल कैटेगरी में विजेता गुरदीप धीमान के इंस्टालेशन वर्क में बूढ़े मां-बाप का दर्द दिखाया गया। जिन्हें उनके बच्चे घर से निकाल देते हैं। इस वर्क में दो हिस्से हैं। जिसमें पहले हिस्से में गुरदीप ने अपने कैमरे द्वारा खींचे गए बूढ़े मां-बाप के पोट्रेट हैं, साथ ही ऊपर एक टेबल पर कांच के शीशे में भगवान गणेश की खंडित मूर्ति हैं। गुरदीप ने कहा कि जैसे ही मूर्ति खंडित होती है, तो लोग उसे घर से निकाल देते हैं। ऐसे ही मां-बाप के साथ युवा करते हैं। मैंने दोनों का दर्द इस आर्ट वर्क के जरिये दिखाया। जिसमें खंडित मूर्तियां शहर के इर्द-गिर्द से ही बटोरी। इसमें मैंने फोन भी लगाया है, जिसमें ये टूटी मूर्तियां खुद लोगों को कह रही हैं कि हमें अपनाओ, तुम तो हमें पूजते थे। बिजली के बॉक्स में झांकता जीवन
गवर्नमेंट आर्ट कॉलेज-10 में मास्टर्स प्रथम वर्ष के स्टूडेंट अनिल के आर्ट वर्क में शहर की एक अलग कहानी दिखती है। उन्होंने कहा कि जैसे ही मैं इस शहर में आया तो मैंने बिजली के बॉक्स देखे। ये बॉक्स मुझे किसी स्कल्प्चर की तरह लगे। जिस पर मैंने इस शहर को पेंट करना चाहा। ऐसे में इसे मिक्स मीडिया के रूप में बनाया। जिसमें ये बॉक्स हमारी सोशल साइट्स और जीवन में जरूरी कुछ ऐप को लिए था। पेंटिग से झांकता अकेलापन
गवर्नमेंट आर्ट कॉलेज-10 की ही स्टूडेंट सृष्टि ने प्रदर्शनी में अकेलेपन को अपने ही अंदाज में प्रस्तुत किया है। इन्होंने अपने आर्ट वर्क को कैनवास पर नहीं, बल्कि हार्डबोर्ड का इस्तेमाल करते हुए, उसमें बटर पेपर पर सिटिस्केप को डिजाइन किया है। इसके आगे अलग से कागज की कटिग कर लोगों को काम करते हुए दिखाया है। इसमें तीन से चार लेयर हैं, जिसमें 3डी इफैक्ट भी आता है। सृष्टि ने कहा कि मुझे इसी थीम पर काम करना अच्छा लगता है। ऐसे में मैंने इसमें दो आर्ट वर्क भेजे। मैं दिल्ली से हूं, जहां काफी अकेलापन है। ऐसे में मैंने उसकी तंग गलियों के अकेलेपन को इसमें दिखाया है। एकांत में बुद्ध
प्रदर्शनी में प्रोफेशनल कैटेगरी में जसपाल कमाना की तस्वीर भी अपनी और आकर्षित करती है। जिसमें उन्होंने गवर्नमेंट आर्ट कॉलेज में बुद्ध की प्रतिमा को अपने ही अंदाज में क्लिक किया है। इसमें उन्होंने वहां मौजूद पाइपों के बीच से बुद्ध के टूटे स्कल्प्चर को ऐसे कैद किया है कि पूरा फोकस केवल बुद्ध पर ही है। जसपाल ने कहा कि उन्होंने इसे मेडिटेशन से जोड़ा है। जिसमें जीवन में जो भी कठिनाई हैं, उन पर ध्यान न देते हुए केवल भगवान के दिखाए रास्ते पर ही केंद्रित रहना चाहिए। 28 मार्च तक रहेगी प्रदर्शनी
पंजाब कला भवन-16 में शुक्रवार से शुरू हुई ये प्रदर्शनी 28 मार्च तक रहेगी। जो सुबह 11.00 बजे से शाम 7.00 बजे तक होगी।