तीन करोड़ से कुराली रेलवे स्टेशन पर बनेगा दूसरा प्लेटफॉर्म और फुट ओवरब्रिज
शहरवासियों की वर्षों पुरानी मांग के अनुरूप कुराली रेलवे स्टेशन पर दूसरा प्लेटफॉर्म बनाने और दोनों प्लेटफॉर्म को आपस में लिक करने के लिए फुट ओवरब्रिज बनाने के प्रोजेक्ट को रेलवे विभाग द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई।
चेतन भगत, कुराली : शहरवासियों की वर्षों पुरानी मांग के अनुरूप कुराली रेलवे स्टेशन पर दूसरा प्लेटफॉर्म बनाने और दोनों प्लेटफॉर्म को आपस में लिक करने के लिए फुट ओवरब्रिज बनाने के प्रोजेक्ट को रेलवे विभाग द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई। पहले चरण में प्लेटफॉर्म का निर्माण करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले आरसीसी के ब्लॉक्स बनाने का कार्य कांट्रेक्टर द्वारा शुरू कर दिया गया।
गौरतलब है कि बीते कई दशकों से कुराली के रेलवे स्टेशन पर एक ही प्लेटफॉर्म होने की वजह से जहां शहरवासियों को बेहद मुश्किलों का सामना करने को विवश होना पड़ रहा था। वहीं, प्लेटफॉर्म के दूसरी ओर रेलवे लाइन पर रुकने वाली ट्रेन में चढ़ने या उतरने के बाद स्टेशन तक पहुंचने के लिए पैसेंजर्स को जान जोखिम में डाल रेलवे ट्रैक को पार करना पड़ता था। लिहाजा रेलवे स्टेशन पर दूसरा प्लेटफॉर्म बनाने की मांग लोगों की ओर से बीते कई वर्षों से की जा रही थी। प्लेटफॉर्म एवं फुट ओवरब्रिज पर खर्च होंगे तीन करोड़
प्रोजेक्ट संबंधी जानकारी देते हुए रेलवे कांट्रेक्टर मैसर्स गोविद गुप्ता नामक फर्म के ओनर सौरभ गुप्ता ने बताया कि कुराली रेलवे स्टेशन पर नया प्लेटफॉर्म बनाने के साथ जहां फुट ओवरब्रिज का निर्माण भी किया जाना है वहीं पुराने प्लेटफॉर्म को भी नए सिरे से रेनोवेट कर उसे ऊंचा किया जाएगा। प्रोजेक्ट पर लगभग तीन करोड़ खर्च आएगा और इसे 15 महीने में पूरा करने का टारगेट रखा गया है। ईंटों की बजाए इस्तेमाल होंगे सीमेंटेड ब्लॉक्स
सौरभ गुप्ता ने बताया कि प्लेटफॉर्म के बेस को नई टेक्नोलॉजी के सीमेंटेड ब्लॉक्स से तैयार किया जाएगा और इसके लिए प्रथम चरण में आरसीसी के ब्लॉक्स तैयार करने का कार्य शुरू किया गया है। नए बनाए जाने वाले प्लेटफॉर्म में लगभग 800 से 900 ब्लॉक्स का इस्तेमाल किया जाएगा वहीं पुराने प्लेटफॉर्म को रेनोवेट करने के लिए तकरीबन 400 ब्लॉक्स लगाए जाएंगे। ऐसे तैयार होगा नया प्लेटफॉर्म
उन्होंने बताया कि आरसीसी कंक्रीट से तैयार करीब चार फीट ऊंचाई के ब्लॉक्स को प्लेटफॉर्म साइट पर मिट्टी में दबाकर उन्हें एक लाइन में रखते हुए दो ब्लॉक्स के बीच छोड़े गए गैप में सीमेंट का घोल डाल कर उन्हें जोड़ा जाएगा। इसके बाद तकरीबन चार मीटर चौड़ाई पर दूसरी ओर ब्लॉक्स रख दोनों ब्लॉक्स के बीच खाली स्पेस को मिट्टी डालकर भरा जाएगा। इसके बाद दोनों ब्लॉक्स के ऊपर आरसीसी कंक्रीट की स्लैब्स डाल प्लेटफॉर्म का फर्श तैयार किया जाएगा। पुराने प्लेटफॉर्म की लंबाई होगी दोगुनी
कांट्रेक्टर सौरभ गुप्ता के अनुसार अभी पुराने की प्लेटफॉर्म की लंबाई तकरीबन 200 मीटर है और नए बनाए जाने वाले प्लेटफॉर्म की लंबाई स्लोप सहित लगभग 350 से 400 मीटर और चौड़ाई चार मीटर तक रखी जाएगी और उसके अनुरूप पुराने प्लेटफॉर्म की लंबाई एवं हाइट में भी बढ़ेगी। दोनों प्लेटफॉर्म के बनने के बाद उन्हें आपस में लिक करने के लिए प्लेटफॉर्म पर फुट ओवरब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा, ताकि यात्री प्लेटफॉर्म एक से दो तक आसानी आ-जा सकें।