SBSE 12th Class Board Exam: सीबीएसई को चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने दिए सुझाव, स्कूल में ही बनेंगे सेंटर
स्कूल में सेंटर बनाकर ही बारहवीं कक्षा के ऑफलाइन एग्जाम लिए जा सकते हैं। ऐसे ही सुझाव चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) को दिए हैं। 23 मई को शिक्षा मंत्री पोखरियाल निशंक ने देश के सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों के साथ बैठक की थी।
चंडीगढ़, जेएनएन। SBSE 12th Class Board Exam: स्कूल में सेंटर बनाकर ही बारहवीं कक्षा के ऑफलाइन एग्जाम लिए जा सकते हैं। ऐसे ही सुझाव चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) को दिए हैं। उल्लेखनीय है कि 23 मई को शिक्षा मंत्री पोखरियाल निशंक ने देश भर के सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिवों के साथ बैठक की थी। जिसमें बारहवीं कक्षा के बोर्ड एग्जाम कराने के लिए सुझाव मांगे थे। यह सुझाव 26 मई तक सीबीएसई को भेजने थे। जिसे चंडीगढ़ शिक्षा विभाग बुधवार को भेजने जा रहा है।
चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने एग्जाम के लिए क्लियर किया है कि परीक्षाएं ऑफलाइन ही हो सकते हैं। कोरोना बचाव के लिए सेंटर स्कूल में ही बनाया जा सकते हैं। गौरतलब है कि चंडीगढ़ के 40 सरकारी स्कूलों में जबकि 70 के करीब प्राइवेट स्कूलों में बारहवीं कक्षा की पढ़ाई चल रही है और एग्जाम देने के लिए चंडीगढ़ से 18 हजार स्टूडेंट्स है।
क्या दिए है सुझाव
चंडीगढ़ शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए सुझाव के तहत आठ से दस कमरों में एग्जाम की व्यवस्था की जा सकती है। स्कूल के मुख्य गेट के अलावा कमरे के आगे भी सेनिटाइजर की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही स्टूडेंट्स को कोरोना नियमों के तहत स्कूल कैंपस में एंट्री दी जाए। यदि किसी स्टूडेंट्स को सर्दी, जुकाम से लेकर बुखार जैसा कोई भी लक्षण सामने आ रहा है तो वह एग्जाम देने के लिए न आए।
दिल्ली और झारखंड भी दे चुका है सुझाव
चंडीगढ़ से पहले दिल्ली और छत्तीसगढ़ ने एग्जाम आयोजित करवाने के लिए सुझाव दिए हैं। दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के अनुसार स्टूडेंट्स को पहले वैक्सीनेशन लगाई जाए उसके बाद एग्जाम ऑफलाइन हो सकते है। मनीष सिसोदिया के अनुसार बारहवीं में पढ़ाने वाला हर स्टूडेंट साढ़े 17 साल का हो गया होता है। यदि अभी 18 से अधिक उम्र वाले को वैक्सीन दी जा रही है तो वह बारहवीं कक्षा के स्टूडेंट्स को भी दी जा सकती है। उन्होंने साथ ही क्लियर किया था कि यदि वैक्सीन स्टूडेंट्स को नहीं लग सकती तो एग्जाम फिलहाल रद्द कर दिए जाएं।
ओपन बुक मैथड़ का दिया सुझाव
दिल्ली के अलावा छत्तीसगढ़ बाेर्ड भी परीक्षा लेने की प्लानिंग कर चुका है। छत्तीसगढ़ में राज्य स्तरीय बोर्ड है। जिसमें स्टूडेंट्स को प्रश्न टीचर्स तैयार करके देंगे। प्रश्न पत्र का मैटर पुस्तक में से होगा लेकिन जिस पैटर्न में स्टूडेंट्स ने पढ़ाई की है वह सवाल या जबाव उस पैटर्न में नहीं होगा। स्टूडेंट्स को प्रश्न देकर उत्तर देना होगा और यह काम स्टूडेंट्स घर में बैठकर पांच दिनों में कर सकेगा। पांच दिन तक स्टूडेंट प्रश्न पत्र अपने पास रखकर उत्तर लिखेगा और छठे दिन से पहले उसे स्कूल में आकर ऑफलाइन जमा करवाएगा।
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