गपशपः संजय अरोड़ा को दोबारा मिला एसई पद का चार्ज, लेकिन आलीशन कमरा हाथ से निकला
अतिरिक्त कमिश्नर तिलक राज का पहली मंजिल पर बने कमरे की रेनोवेंशन का काम शुरू हो गया। लेकिन जब संजय अरोड़ा वापस नगर निगम में लौटे तो उनके हाथ से कमरा निकल चुका था।
चंडीगढ़ [राजेश ढल्ल]। सुपरिटेंडेंट इंजीनियर संजय अरोड़ा को प्रशासन का सुपरिटेंडट इंजीनियर बनाया गया तो वह नगर निगम के एसई पद से रिलीव हो गए लेकिन कमिश्नर केके यादव और मेयर राजबाला मलिक के हस्ताक्षेप के बाद उन्हें तीन दिन के भीतर ही नगर निगम के एसई पद का चार्ज फिर से मिल गया। लेकिन इन तीन दिन में जो संजय अरोड़ा का छठी मंजिल में लग्जरी कमरा था जहां पर आलीशान सोफे लगे हुए हैं। वह उनसे छीन गया। उनके प्रशासन में जाने के तुरंत बाद अतिरिक्त कमिश्नर तिलक राज को यह कमरा अलॉट हो गया। असल में अतिरिक्त कमिश्नर तिलक राज का पहली मंजिल पर बने कमरे की रेनोवेंशन का काम शुरू हो गया। लेकिन शुक्रवार को जब संजय अरोड़ा वापस नगर निगम में लौटे तो उनके हाथ से कमरा निकल चुका था। अब नगर निगम के उनके लिए नया कमरा तलाशा जा रहा है। लेकिन अब उन्हें पहले जैसा आलीशन कमरा नहीं मिलने वाला।
मेयर और सूद का सदन में गुणगान
मेयर राजबाला मलिक और पूर्व मेयर अरुण सूद के पिछले साल तक ज्यादा अच्छे संबंध नहीं थे यहां तक कि राजबाला मलिक ने पिछले साल सदन की बैठक में ही अरुण सूद को बड़बोला तक कह दिया था। लेकिन राजबाला मलिक के मेयर बनते और अरुण सूद के अध्यक्ष बनते ही दोनो ने राजनीति को देखते हुए आपस में संबंध सुधार लिए। सात फरवरी को होने वाली सदन की बैठक में पूर्व मेयर अरुण सूद ने बजट के लिए मेयर राजबाला मलिक को काबिल कहते हुए जमकर तारीफ की। यहां तक कि मेयर का विपक्षी पार्षदों द्वारा लगाए गए आरोप से बचाव भी किया। कांग्रेस पार्षद देवेंद्र सिंह बबला ने पिछले साल राजबाला मलिक द्वारा सूद के लिए की गई टिप्पणी को जब याद करवाया तो मेयर राजाबाला मलिक को भी कहना पड़ा कि सूद और उनका भाई बहन का रिश्ता है और भाई बहन में चलता रहता है। जब मेयर का उम्मीदवार तय करते समय पार्षदों से राय पूछी गई थी तो भी सूद ने राजबाला की जगह सुनीता धवन को नाम लिया था।
हमारी हवा है आपकी बची नहीं
दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम आने बाकी है। लेकिन यहां के चुनाव प्रचार का असर शहर के कांग्रेस और भाजपा के नेताओं में भी दिखा। भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद अपनी टीम के साथ दिल्ली में गए तो कांग्रेस के नेता भी गए।दोनो को अपनी अपनी स्थिति की अच्छी तरह जानकारी है। लेकिन सदन की बैठक में जब भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद कांग्रेस के पार्षदों से उलझ रहे थे तो कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला ने सूद को कहा कि दिल्ली वाली हवा निकली नहीं आपकी। जिसका जवाब मेयर राजबाला मलिक ने दिया। राजबाला मलिक ने बबला को कहा कि हमारी तो हवा अभी भी है लेकिन दिल्ली चुनाव में आपकी (कांग्रेस) की तो हवा ही बची नहीं है।जिस पर सदन में खूब ठहाके लगे। बबला ने मेयर और भाजपा पार्षदों को जवाब देते हुए कहा कि वह चिंता न करे उनकी भी हवा जल्दी परिणाम आने के बाद निकल जाएगी।
पर्यावरण प्रेमी पार्षद रावत
कांग्रेस की पार्षद गुरबख्श रावत इन दिनों राजनीति की बजाय शहर में फैल रहे प्रदूषण और हवा की क्वालिटी को लेकर काफी गंभीर हो गई है।वह लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक कर रही है वहीं प्रशासन को भी शहर में प्रदूषण को कम करने के लिए नए नए आइडिए पत्र लिखकर कर दे रही है।शनिवार को रावत ने सेक्टर-40 सी में शहर की एयर क्वालिटी बेहतर करने के लिए एक कार्यक्रम तक आयोजित किया।जबकि इससे पहले तक मैंडम रावत सिर्फ नगर निगम से जुड़े और राजनीति कार्यक्रम के लिए लोगों को बुलाती रही है।शहर में वैसे भी पर्यावरण प्रेमी कम है ऐसे में रावत द्वारा बताएं गए सुझावों पर प्रशासन भी विचार कर रहा है।रावत ने हाल ही में स्कूलों के आसपास के एरिया को नो व्हीकल जोन बनाने की सिफारिश की है लेकिन इससे लोगों को कहना है कि अगर ऐसा हो गया तो बच्चों को स्कूल छोड़ने और ले जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।रावत अब शहरवासियों को प्रदूषण कंट्रोल विभाग के साथ जुड़कर शहर को बचाने की अपील भी कर रही है।
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