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पंजाब विधानसभा के बजट सत्र में हंगामा, शिअद विधायकों ने किया वाकआउट

पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन सदन में काफी हंगामा हुआ। शिअद के सदस्‍यों ने शिक्षकों पर लाठीचार्ज व लुधियाना दुष्‍कर्म मामले में काम रोको प्रस्‍ताव दिया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 11:37 AM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 11:37 AM (IST)
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र में हंगामा, शिअद विधायकों ने किया वाकआउट
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र में हंगामा, शिअद विधायकों ने किया वाकआउट

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्रवाई शुरू होते ही हंगामा हो गया। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के विधायकों ने हंगामा किया अौर सदन से वाकआउट किया। शिअद के विधायक शिक्षकों पर लाठीचार्ज और लुधियाना में युवती से 10 लोगों द्वारा सामूहिक दुष्‍कर्म के मामले में काम रोको प्रस्‍ताव लाना चाहते थे, लेकिन स्‍पीकर ने इसे सुनने से मना कर दिया। सदन में अाम आदमी पार्टी के विधायकों ने भी शोर-शराबा किया।

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विधानसभा की कार्यवाही बुधवार सुबह शुरू होने पर शिरोमणि अकाली दल के विक्रम मजीठिया ने शिक्षकाें पर पिछले दिनों हुए लाठीचार्ज को लेकर काम रोको प्रस्ताव दिया। विधानसभा स्पीकर ने इसे प्रश्नकाल में सुनने से इन्‍कार कर दिया। मजीठिया ने दो दिन पहले पटियाला में अध्यापकों पर हुए लाठीचार्ज का मामला उठाने की कोशिश की।

विधान सभा में लुधियाना दुष्कर्म मामला और पटियाला में टीचरों पर हुए लाठी चार्ज को लेकर मुद्दा गर्म हो गया। आप के बाद लोक इंसाफ पार्टी के सिमरजीत सिंह बैंस ने भी ये मुद्दे उठाए। आम आदमी के कुलतार सिंह सिंधवा लुधियाना की घटना के लिए पुलिस को भी दोषी ठहराया। उन्होंने कार्रवाई में देरी करने वाले पुलिस अधिकारी के विरुद्ध भादसं की धारा 311 के तहत कार्रवाई करने की मांग की। उन्‍होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था  नहीं है। इस पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सरकार कानून व्यवथा पर चर्चा करने के लिए तैयार है।

मजीठिया ने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। उन्‍होंने इसके लिए काम रोको प्रस्‍ताव दिया अौर इस मामले पर तुरंत चर्चा कराए जाने की मांग की। इस पर स्पीकर ने कहा कि प्रश्नकाल से पहले वह इसकी इजाजत नहीं दे सकते। इसके बाद शिअद के विधायक भड़क गए और सदन में नारेबाजी और हंगामा करने लगे। शिअद सदस्‍यों ने इस मामले को शून्‍यकाल में भी उठाया। शिअद विधायक सदन के वेल में आ गए। बाद में वे सदन से वाकआउट कर गए।

दूसरी ओर ट्रांसपोर्ट मंत्री अरुणा चौधरी के बयान पर आम आदमी पार्टी के विधायकों ने भी सदन में शोर-शराबा किया। अरुणा चौधरी ने सदन में कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने ऑर्बिट बस के संचालकों से मिलीभगत कर पीआरटीसी और पंजाब रोडवेज की इंदिरा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट तक जानेवाली बसों पर रोक लगा दी है। इससे पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी को नुकसान हो रहा है।

मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह कदम मिलीभगत के कारण उठाया गया है। इस पर आम आदमी पार्टी के विधायकों ने विधानसभा में शोरशराबा किया। काबिले गौर है कि ऑर्बिट बस बादल परिवार की है। इस दौरान सदन में पूर्व मुख्‍यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी मौजूद थे।


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