एक माह में प्लाजा, रॉक गार्डन और सुखना लेक होगी अतिक्रमण मुक्त, ये है वजह Chandigarh news
हाईकोर्ट द्वारा सभी बाजारों से वेंडर्स हटाने के फैसले के बाद अब सुखना लेक और रॉक गार्डन भी पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त हो जाएगी। दोनों पर्यटन स्थल नो वेंडिंग जोन में आ गए हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहर के सभी बाजारों से वेंडर्स हटाने के हाई कोर्ट के फैसले से जहां नगर निगम का रास्ता साफ हो गया है, वहीं, व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है। ऐसे में अब लोगों को बाजारों में ज्यादा पैदल चलने की जगह मिलेगी। वे बिना किसी रोकटोक बाजारों में शॉपिंग कर पाएंगे लेकिन वेंडर्स में इस फैसले से रोष है। क्योंकि अब उन्हें वेंडिंग जोन में शिफ्ट होना पड़ेगा। इसका एक फायदा यह भी होगा कि गैर रजिस्टर्ड वेंडर्स जो इस समय सेटिंग से बाजारों में बैठ जाते हैं, वे बैठ नहीं पाएंगे। वेंडर एक्ट के तहत गैर रजिस्टर्ड वेंडर्स का जब्त सामान रिलीज नहीं किया जाता है। इसके साथ ही दस हजार रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान है। नगर निगम कमिश्नर केके यादव का कहना है कि हाई कोर्ट के आदेश की प्रति आने के बाद फैसले को लागू कर दिया जाएगा। 3200 वेंडर्स को शिफ्ट करने का ड्रॉ पहले ही एमसी निकाल चुका है। वें¨डग जोन भी तैयार हैं।
सेक्टर एक से छह और प्लाजा बनेगा नो वेंडिंग जोन
हाई कोर्ट का फैसला आने के बाद अब सेक्टर एक से लेकर छह तक और सेक्टर-17 प्लाजा एक माह के भीतर नो वेंडिंग जोन बन जाएगा। नगर निगम पहले ही इन्हें नो वेंडिंग जोन बनाने का फैसला लिया हुआ है लेकिन हाई कोर्ट के मामला विचाराधीन होने के कारण इस फैसले को लागू नहीं किया जा सका था। ऐसे में अब सुखना लेक और रॉक गार्डन भी पूरी तरह से अतिक्रमण से मुक्त हो जाएगी। ये दोनों पर्यटन स्थल नो वेंडिंग जोन में आ गए हैं। इस समय सेक्टर-17 का प्लाजा वेंडर्स के कारण पूरी तरह से फड़ी बाजार में तबदील हुआ पड़ा है।
सेक्टर-22 में बैठेंगे 107 और सेक्टर-19 में बैठेंगे 85 वेंडर्स
सेक्टर-22 और 19 में भी इस समय जगह-जगह वेंडर्स बैठे हुए हैं। जिन्हें चार सप्ताह के भीतर वें¨डग जोन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। यहां पर सिर्फ सीमित संख्या में वेंडर्स बैठाए जाएंगे जिनका ड्रॉ पहले ही नगर निगम निकाल चुका है। सेक्टर-22 में 107 और 19 में 85 वेंडर्स का जोन बनाया गया है। जबकि इस समय सेक्टर-19 में 300 और 22 में 1136 वेंडर्स बैठे हुए हैं। यहां पर इस समय लोगों के पैदल चलने की जगह के अलावा पार्किग में भी वेंडर्स बैठे हुए हैं।
मुख्य वास्तुकार का जवाब : दुकानों के आगे पैदल चलने की जगह
नगर निगम ने दुकानों के कॉरिडोर्स और पार्किग के बीच की जगह पर प्रशासन के मुख्य वास्तुकार से स्टेटस पूछा था। जिस पर मुख्य वास्तुकार ने वीरवार को नगर निगम को लिखित में जवाब भेज दिया है। जिसमें कहा है कि यह जगह पेवमेंट (पैदल चलने की) है। जहां पर पेवर ब्लॉक लगे रहते हैं। मालूम हो कि हर साल त्योहारों पर नगर निगम यहां पर ही व्यापारियों को उनकी दुकानों के आगे स्टाल लगाने की मंजूरी देता है लेकिन इस बार पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट में अतिक्रमण का मामला विचाराधीन होने के कारण नगर निगम ने स्टाल की मंजूरी के मामले में दूरी बना ली थी लेकिन वीरवार को कोर्ट में स्टाल की मंजूरी के किसी मामले पर चर्चा नहीं हुई। ऐसे में वास्तुकार का जवाब आने के बाद एक बार फिर से मंजूरी देने का मामला अटक गया है। हालांकि व्यापारियों का नगर निगम पर काफी दबाव है। व्यापारियों का मानना है कि दुकानों के कॉरिडोर्स भी पैदल चलने के लिए हैं। ऐसे में किसी एक जगह पर स्टाल की मंजूरी दी जा सकती है। मामले में नगर निगम के अधिकारी एक बार फिर से शुक्रवार को बैठक करने जा रहे हैं।
व्यापारियों में खुशी की लहर, वेंडरों में फैसले के बाद नाराजगी
’बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष नीरज बजाज का कहना है कि सेक्टर-17 प्लाजा को नो वें¨डग जोन बनाने की लंबी लड़ाई यहां के व्यापारियों ने लड़ी है। व्यापारियों ने इसके लिए प्रदर्शन भी किए। हाई कोर्ट में भी व्यापारियों ने अर्जी दाखिल की। लेकिन उन्हें खुशी है कि हाई कोर्ट ने भी इसे गंभीर समस्या मानते हुए व्यापारियों और प्लाजा को बचाने के पक्ष में फैसला सुनाया।
’व्यापार मंडल के चेयरमैन चरणजीव सिंह का कहना है कि बाजारों में बैठे वेंडर्स के कारण व्यापारियों को लगातार नुकसान हो रहा था। अब वेंडर्स शिफ्ट होने से बाजारों में लोगों को पैदल चलने की जगह भी ज्यादा मिलेगी और व्यापारियों को राहत। इस समय बाजारों के हालात काफी खराब हो गए थे।